संजू और पंत को समझनी होगी विकेट की अहमियत
मुंबई सबसे ज्यादा खुश अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से हुई होगी।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
मुंबई ने अपने ही अंदाज में प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया और बाकी के मैच जीतकर वह अंक तालिका में शीर्ष पर बने रहना चाहेगी। इससे उनके पास फाइनल में पहुंचने का एक अतिरिक्त मौका होगा। लेंडल सिमंस ने शानदार पारी खेलकर अपनी अहमियत साबित की है। मुंबई को दिल्ली के खिलाफ ऐसी ही शुरुआत की जरूरत थी और पोलार्ड को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने का फैसला भी सही साबित हुआ। इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने लंबे समय बाद अर्धशतक लगाया।
हालांकि मुंबई सबसे ज्यादा खुश अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से हुई होगी। दो दिन पहले ही 208 रनों का लक्ष्य हासिल करने वाली दिल्ली की बल्लेबाजी जिस ढंग से धराशायी की, वह काबिलेतारीफ है। खेल से बड़ा कोई नहीं है, यह एक बार फिर से साबित हो गया। पिछले मैच के हीरो संजू सैमसन और ऋषभ पंत बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। उम्मीद है, इससे उन्हें समझ में आएगा चीजों को लेकर अतिआत्मविश्वास नहीं होना चाहिए। जब आप अच्छा खेल रहे हों, तो अपना विकेट नहीं गंवाना सबसे अहम है।
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ हैदराबाद की टीम आसान से लक्ष्य का पीछा करते हुए लड़खड़ा गई। उसने गलत समय पर विकेट गंवाए। जिस टीम में वॉर्नर, धवन, विलियमसन, युवराज और हेनरिक्स जैसे बल्लेबाज हों, उसके सामने 7.5 का रन रेट कुछ भी नहीं है। लेकिन उन्होंने उस समय विकेट गंवाए, जब वे अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहे थे और मैच गंवा दिया। इस जीत से उनका प्लेऑफ में पहुंचना आसान हो सकता था। पुणे के लिए बेन स्टोक्स ने छोटी, लेकिन उपयोगी पारी खेलने के बाद शीर्ष क्रम के अहम विकेट हासिल किए। हालांकि उनादकट ने हैट्रिक समेत पांच विकेट लेकर 'मैन ऑफ द मैच' के मामले में उन्हें पीछे छोड़ दिया। हैदराबाद को मुंबई के खिलाफ मुकाबले में अपने खेल के स्तर को उठाना होगा। उन्हें पता है कि खिताब बचाने के लिए उन्हें हालिया प्रदर्शन से कई गुना ज्यादा अच्छा खेलना होगा।
(पीएमजी)