धौनी की टीम को उठाना होगा खेल का स्तर
मुंबई इंडियंस के खिलाफ विशाल जीत के बाद सनराइजर्स हैदराबाद का आत्मविश्वास काफी ऊंचा है। टी-20 में अधिकतर मुकाबले आखिरी ओवर तक चलते हैं और जीत का अंतर बहुत ही कम होता है। लेकिन हैदराबाद की टीम ने कमाल ही कर दिया और मुंबई की टीम को लक्ष्य के आसपास
(गावस्कर का कॉलम)
मुंबई इंडियंस के खिलाफ विशाल जीत के बाद सनराइजर्स हैदराबाद का आत्मविश्वास काफी ऊंचा है। टी-20 में अधिकतर मुकाबले आखिरी ओवर तक चलते हैं और जीत का अंतर बहुत ही कम होता है। लेकिन हैदराबाद की टीम ने कमाल ही कर दिया और मुंबई की टीम को लक्ष्य के आसपास भी नहीं आने दिया। 85 रन से जीत किसी भी प्रारूप के लिए बड़ी मानी जाती है, लेकिन टी-20 के लिए यह तो बेहद शानदार है।
इस टूर्नामेंट में जिस टीम के ओपनर लंबे समय तक टिक रहे हैं, वो टीमें बड़ा स्कोर बना रही हैं। शिखर धवन ने ऐसा ही काम सनराइजर्स के लिए किया और टीम ने पिच के अनुकूल स्कोर खड़ा किया। मुंबई इस स्कोर से बहुत ज्यादा चिंतित नहीं थी, क्योंकि उन्होंने इससे बड़े स्कोर आसानी से हासिल किए थे। यह स्पष्ट हो गया कि मुंबई इंडियंस अपने कप्तान रोहित शर्मा पर कितनी ज्यादा निर्भर है। उनके आउट होते ही पूरी टीम लडख़ड़ा गई। अब बेंगलूर के खिलाफ उनका मैच अहम हो गया है। अब बहुत ज्यादा मैच नहीं बचे हैं, इसलिए सभी टीमें खासतौर से निचले पायदान पर रहने वाली टीमें और हार बर्दाश्त नहीं कर सकतीं।
पुणे का काम मुश्किल हो गया है। बेंगलूर के खिलाफ करीब 200 रन बनाने के बाद उनके पास जीत का मौका था, लेकिन कोहली की शानदार बल्लेबाजी और शेन वॉटसन की आक्रामक पारी ने मैच उनके हाथ से छीन लिया। अब बस धौनी की टीम अपने बाकी मैच जीतने की उम्मीद कर रही होगी। लेकिन उनकी गेंदबाजी पूरी तरह से दिशाहीन है। वे अच्छे स्कोर का भी बचाव नहीं कर पा रहे हैं। हैदराबाद की अच्छी गेंदबाजी के आगे पुणे के बल्लेबाजों को वार्नर-धवन एंड कंपनी को चुनौती देने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। क्या धौनी की टीम सही मौके पर अपने खेल का स्तर उठा पाएगी ?