चौतरफा वार करते हैं रॉयल्स: रवि शास्त्री
विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम के छह नियमित खिलाड़ी दो अलग-अलग टीमों की तरफ से खेल रहे हैं। लेकिन इन दो टीमों राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब का प्रदर्शन एक दूसरे से एकदम जुदा है। ऐसा नहीं है कि पिछले सत्र में केवल मैक्सवेल और जॉनसन के प्रदर्शन की वजह
(शास्त्री का कॉलम)
विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम के छह नियमित खिलाड़ी दो अलग-अलग टीमों की तरफ से खेल रहे हैं। लेकिन इन दो टीमों राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब का प्रदर्शन एक दूसरे से एकदम जुदा है। ऐसा नहीं है कि पिछले सत्र में केवल मैक्सवेल और जॉनसन के प्रदर्शन की वजह से पंजाब चमका था और न ही इस सत्र में केवल जेम्स फॉकनर और स्टीवन स्मिथ राजस्थान को जीत दिला रहे हैं।
रॉयल्स वह टीम है जो चारों तरफ से विपक्षी पर वार करती है। टीम का हर खिलाड़ी चाहे वह कप्तान हो या गेंदबाज, या बल्लेबाज या फिर क्षेत्ररक्षक सभी अपनी भूमिका को बखूबी अंजाम देते हैं। राजस्थान का प्रदर्शन मैच दर मैच बेहतर होता गया है। रविवार को शेन वॉटसन ने मैदान पर उतरने का फैसला किया। शायद वह प्रतिद्वंद्वी के तौर पर चेन्नई सुपरकिंग्स का इंतजार कर रहे थे। हो सकता है वह उन लोगों के सामने उदाहरण पेश करना चाहते हों, जो इस टीम के खिलाफ पहले से ही खौफ खाए बैठे हैं। रॉयल्स वह मैच बिना दो विकेट गंवाए भी जीत सकती थी।
अब राजस्थान की टीम अहमदाबाद में ही किंग्स इलेवन पंजाब का इंतजार कर रही है। इस मैदान पर वह चेन्नई और मुंबई दोनों को धूल चटा चुकी है। यह बातें पंजाब को परेशान करने के लिए काफी हैं। इसके अलावा सत्र के पहले ही मैच में राजस्थान के खिलाफ हार झेलने का दर्द भी उनके साथ होगा।
पंजाब यदि उम्मीद करेगा कि साहा और सहवाग का बल्ला बोलेगा। तीन 'एम' मैक्सवेल, मिलर और मुरली भी गलत शॉट खेलने से बचेंगे। पंजाब की टीम यही चाहेगी कि टीम में मौजूद चौथे 'एम' मिशेल जॉनसन सिर्फ अपने टैटू के लिए ही चर्चा का केंद्र नहीं बनेंगे। रॉयल्स अभी अहमदाबाद नहीं छोड़ने वाले, कुछ दिनों बाद इस मैदान पर वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से टकराएंगे।