नेतृत्व के बारे में न जानने वाले धौनी पर उठा रहे सवाल
बिहार की रणजी टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में देश के प्रतिष्ठित क्यूरेटर ने मोहाली में परफेक्ट वनडे पिच बनाई।
(गावस्कर का कॉलम)
बिहार की रणजी टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में देश के प्रतिष्ठित क्यूरेटर ने मोहाली में परफेक्ट वनडे पिच बनाई। इस पिच पर गेंद अच्छे से बल्ले पर आ रही थी और बल्लेबाज गेंद के नीचे रहने या असमान उछाल की चिंता किए बिना उसकी लाइन में आकर शॉट खेल सकता था। तेज गेंदबाजों को उत्साहित करने के लिए पिच पर थोड़ी घास भी थी और अमित मिश्रा ने दिखा दिया कि कलाई के स्पिनर के लिए भी पिच से मदद थी। उन्होंने अपनी क्लासिक लेग स्पिन से रॉस टेलर और खतरनाक ल्यूक रोंची को आउट किया।
धर्मशाला और दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में कई तरीकों से बल्लेबाज आउट हुए। मोहाली में भी टॉम लाथम और रॉस टेलर के बीच अच्छी साझेदारी के बाद कीवी बल्लेबाजी बिखर गई। हालांकि बाद में जेम्स नीशाम और मैट हेनरी ने साझेदारी कर दिखा दिया कि पिच में कुछ भी खराबी नहीं थी। उन्हीं की साझेदारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर गेंदबाजों को मौका दिया। दिल्ली में कीवी गेंदबाजों ने भारत को 236 के स्कोर पर रोक लिया था, इसलिए अगर फील्डर साथ देते तो वे इस बार भी ऐसा कर सकते थे।
क्रिकेट सच में अनिश्चितताओं का खेल है, शायद इसी वजह से कीवी टीम में स्लिप के सर्वश्रेष्ठ फील्डर ने विराट कोहली का आसान कैच टपका दिया। कोहली ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और अपने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के साथ भारत को जीत की तरफ बढ़ा दिया। कोहली की अदभुत शतकीय पारी में तमाम तरह के शॉट थे। रॉस टेलर के साथ पूरी हमदर्दी थी, क्योंकि कोहली की पूरी पारी के दौरान वह पछताते दिखे।
टीम में अपने स्थान को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देने का धौनी को पूरा हक है। हालांकि कैप्टन कूल इन बातों की परवाह कम करते हैं और हमेशा उनके लिए टीम पहले आती है। उन्हें पता था कि बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए ऊपरी क्रम में अनुभव की जरूरत है। ओपनर्स का न चल पाना भारत के लिए चिंता की बात है। मोहाली की अच्छी पिच पर नई गेंद की कमी भी उजागर हो गई। पांड्या की गति न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के शॉट खेलने के लिए बिल्कुल सही थी। यादव ने अच्छी गेंदबाजी की और केदार जाधव का विकेट लेना शानदार था। यह धौनी का मास्टर स्ट्रोक था। इसके बावजूद ऐसे लोग जो हमेशा दूसरों से ऑर्डर लेते हैं और नेतृत्व क्षमता के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्हें कप्तानी से हटाना चाहते हैं। शायद इसे ही कहते हैं, मेरा भारत महान।