गाबा पर अहम होंगे तेज गेंदबाज : गांगुली
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को अपने प्रदर्शन पर गर्व करना चाहिए। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच बुधवार से ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला जाना है। भारतीय टीम बढ़े मनोबल के साथ उतरेगी, क्योंकि हार के बावजूद भी उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया। ब्रिस्बेन में भारतीय
(गांगुली का कॉलम)
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को अपने प्रदर्शन पर गर्व करना चाहिए। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच बुधवार से ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला जाना है। भारतीय टीम बढ़े मनोबल के साथ उतरेगी, क्योंकि हार के बावजूद भी उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया। ब्रिस्बेन में भारतीय टीम को समझना होगा कि यहां परिस्थितियां बिल्कुल जुदा होंगी।
ब्रिस्बेन की पिच तेज गेंदबाजों की मदद करेगी। अगर पिच पर घास होगी तो मुझे हैरानी नहीं होगी। भारत को याद रखना होगा कि विदेश में ज्यादातर जीत उन्हें तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर मिली है, क्योंकि ऐसी पिचों पर गेंदबाजों को 20 विकेट लेने का मौका मिलता है। हाल ही में लॉड्र्स में मिली जीत इसका उदाहरण है। भारतीय टीम संभवत: अपने नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई में उतरेगी। भारतीय टीम को कुछ बदलाव करने की जरूरत है। धौनी के खेलने पर ऋद्धिमान साहा का बाहर बैठना तय है। इसके साथ ही टीम प्रबंधन को मुहम्मद शमी या वरुण एरोन की जगह उमेश यादव को अंतिम एकादश में मौका देना चाहिए।
भारतीय तेज गेंदबाजों को लाइन-लेंथ सुधारने की आवश्यकता है। एडिलेड में सिर्फ इशांत शर्मा ने अच्छी लाइन लेंथ पर गेंदबाजी की। इसके साथ ही टीम प्रबंधन को फैसला करना होगा कि क्या सीरीज के इस अहम मैच में स्पिनर कर्ण शर्मा खेलेंगे। अगर कर्ण खेलते हैं तो उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि भले ही वह विकेट न लें, लेकिन उन्हें एक छोर पर बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकना होगा। इसके अलावा शिखर धवन को विदेश में टेस्ट में अपना दम दिखाना होगा और मुरली विजय के साथ मिलकर भारत को अच्छी शुरुआत देनी होगी। मुरली विदेश में ओपनर के तौर पर प्रभावी रहे हैं।
उधर, पहले मैच के बाद विराट कोहली सेसुनकर अच्छा लगा कि टीम को जिताने के लिए उन्हें उनके नाम के साथ 'कप्तानÓ शब्द नहीं चाहिए। पहले टेस्ट मैच में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित किया है और ब्रिस्बेन और मेलबर्न में भी टीम को उनसे ऐसी ही शीर्ष स्तरीय बल्लेबाजी की जरूरत है।