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धौनी के पास हैं अब बेहतर विकल्प

अंत में भारतीय टीम अनुभवहीन श्रीलंकाई टीम के लिए कुछ ज्यादा ही मजबूत साबित हुई। पहले मैच में जबरदस्त झटका लगने के बाद भारतीय टीम ने अगले दो मैचों में बड़ी जीत के साथ वापसी की और सीरीज अपने नाम की। रांची में जहां बल्लेबाजों ने अपना दमखम दिखाया, वहीं

By sanjay savernEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2016 06:07 PM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2016 06:11 PM (IST)
धौनी के पास हैं अब बेहतर विकल्प

(गावस्कर का कॉलम)

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अंत में भारतीय टीम अनुभवहीन श्रीलंकाई टीम के लिए कुछ ज्यादा ही मजबूत साबित हुई। पहले मैच में जबरदस्त झटका लगने के बाद भारतीय टीम ने अगले दो मैचों में बड़ी जीत के साथ वापसी की और सीरीज अपने नाम की। रांची में जहां बल्लेबाजों ने अपना दमखम दिखाया, वहीं तीसरे व अंतिम मैच में रविचंद्रन अश्विन की फिरकी के आगे लंकाई बल्लेबाज घुटने टेकने को मजबूर हो गए।

श्रीलंका के सीनियर खिलाडिय़ों ने गैर जरूरी शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए और युवा बल्लेबाजों के पास इस दबाव को झेलने का अनुभव नहीं था। निश्चित तौर पर श्रीलंका की यह युवा टीम समय के साथ बेहतर होगी। रजीता, शनाका और चमीरा तीनों बेहतरीन युवा हैं। ये जितना ज्यादा खेलेंगे, उतने ही बेहतर होंगे। कप्तान चांदीमल और श्रीवर्धना भी भविष्य में टीम में बड़़ा योगदान देंगे।

टी-20 फॉर्मेट में अजीब दबाव होता है और डिकवेला ऐसे ही दबाव में पहले ही ओवर में बड़ा शॉट खेलने चल पड़े। वह गेंद के बिल्कुल करीब नहीं थे। चालाक अश्विन ने उन्हें आगे बढ़ते देखा तो गेंद की लैंथ छोटी कर दी, जिससे धौनी के पास स्टंप करने के लिए पूरा समय था। इसकेबाद बेहद अनुभवी दिलशान एलबीडब्ल्यू हो गए। उनके आउट होने के साथ ही श्रीलंका ने ऐसा बल्लेबाज गंवा दिया, जो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते थे। कप्तान चांदीमल ने आते ही आक्रामक रवैया अपनाया और अश्विन ने इस बात को भांप लिया। एक बार फिर उन्होंने लैंथ को शॉर्ट किया, जिससे वह शॉट पर अपना नियंत्रण नहीं रख सके। पिच से मदद तो मिली ही, लेकिन बल्लेबाजों ने भी हड़बड़ाहट दिखाई। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने अपनी तेज स्पिन गेंदबाजी से लंका के बल्लेबाजों का बोरिया बिस्तर बांध दिया।

इस जीत से भारत का आत्मविश्वास एशिया कप और आइसीसी टी-20 विश्व कप के लिए बढ़ेगा। टीम में जबरदस्त संतुलन है और कप्तान धौनी के पास खिलाडिय़ों का क्रम बदलने का भी विकल्प है। साथ ही वह अपने पार्ट टाइम गेंदबाजों को भी आजमा सकते हैं। धौनी के पास आखिरकार ऐसे दो गेंदबाज हैं, जो अपनी मर्जी से बल्ले के नीचे गेंद कर सकते हैं और बड़े छक्कों को रोक सकते हैं। इसके अलावा शानदार फील्डिंग यूनिट होने की वजह से इस समय भारतीय खिताब की दौड़ में काफी आगे है।

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