धौनी और अधिक सम्मान के हकदार
आइपीएल-9 में अच्छी शुरुआत के बावजूद महेंद्र सिंह धौनी को क्वालीफायर से पहले बैग पैक करना पड़ा। जैसे किसी राजा से उसका साम्राज्य छिन गया हो।
(शास्त्री का कॉलम)
आइपीएल-9 में अच्छी शुरुआत के बावजूद महेंद्र सिंह धौनी को क्वालीफायर से पहले बैग पैक करना पड़ा। जैसे किसी राजा से उसका साम्राज्य छिन गया हो। इसे पूरे सत्र में धौनी घिरे हुए नजर आए। चोट का वायरस ऐसा लगा की टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज (स्टीवन स्मिथ) को आइपीएल से हटना पड़ा। प्रतिभावान खिलाड़ी भी अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सके। ऐसा लग रहा था जैसे प्रत्येक मुकाबले में धौनी की हार पूर्वनिश्चित है।
आखिरी में सम्मान बचाने के लिए धौनी ने खुद मोर्चा संभाला। सामान्य तौर पर जब टीम को एक ओवर में जीत के लिए 23 रन की जरूरत होती है तो दर्शक मैदान छोड़ देते हैं। लेकिन जब पंजाब के खिलाफ आखिरी ओवर में धौनी बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऐसा नहीं हुआ। दर्शक जमे रहे।
अक्षर पटेल को इल्म था कि इस मैच में वह मजाक बन सकते हैं। क्योंकि उनके सामने धौनी थे। धौनी भारत के सबसे उत्कृष्ट हीरो हैं। एक अविश्वसनीय शख्सियत जो भावनात्मक रूप से कभी कमजोर नहीं दिखते। चुनौतियों का सामना करते हुए वह आगे बढ़ते रहते हैं। जो जीत और हार से कभी प्रभावित नहीं होता। धौनी सिर्फ क्रिकेटर ही नहीं क्रिकेट से बाहर के लोगों के लिए भी रोल मॉडल हैं।
धौनी हमसे कहीं ज्यादा सम्मान पाने के अधिकारी हैं। हमें खुद से पूछना चाहिए क्या कोई उनकी भरपाई कर सकता है। जो उनकी तरह बेहतरीन हो। मैं यही कहूंगा कि उन्हें निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उनके प्रति हमारा बर्ताव बहुत अच्छा नहीं रहा है। पुणे का प्रदर्शन उतना भी खराब नहीं रहा जितना अंक तालिका में दिख रहा है। कुछ मैचों में टीम काफी कम अंतर से हारी। टीम ने जीत से आगाज किया और जीत से अपना अभियान समाप्त किया। अगली बार टीम का प्रदर्शन बेहतर होगा।