निचले क्रम के बल्लेबाजों को मिलना चाहिए मौका
महेला जयवर्धने के शानदार शतक के बावजूद श्रीलंका को एक बार फिर भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। मेजबान टीम के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को चुनौती देने के लिए श्रीलंका बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं टांग पा रहा है। चीजें जिस तरह से चल रही हैं उसे देखते
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
महेला जयवर्धने के शानदार शतक के बावजूद श्रीलंका को एक बार फिर भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। मेजबान टीम के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को चुनौती देने के लिए श्रीलंका बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं टांग पा रहा है। चीजें जिस तरह से चल रही हैं उसे देखते हुए विराट कोहली को बल्लेबाजी क्रम में बदलाव कर अपने निचले क्रम को मौका देना चाहिए। अगर अर्धशतक पूरा होने के बाद दिलशान जोखिम भरïा शॉट लगाने का प्रयास नहीं करते तो लंकाई टीम 300 के करीब का स्कोर बना सकती थी, जो भारतीय टीम के लिए बड़ी चुनौती होती।
मेहमान टीम कुमार संगकारा के असफल रहने की वजह से भी कमजोर हुई है। अब थिरिमाने और चांदीमल बाकी दो मैचों के लिए श्रीलंकाई टीम में लौट आए हैं। इनकी वापसी से उम्मीद बंधी है कि श्रीलंकाई टीम अब ज्यादा प्रतिरोध कर सकेगी और बोर्ड पर ज्यादा रन दिखेंगे। सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं बल्कि गेंदबाजी में भी श्रीलंकाई टीम लसिथ मलिंगा की गैरहाजिरी में दंतविहीन नजर आ रही थी। अजंता मेंडिस के टीम में शामिल होने से उनकी गेंदबाजी में निश्चित रूप से अंतर पड़ेगा।
भारत के लिए उमेश यादव अपनी गति और दोनों दिशाओं में मूवमेंट कराकर प्रभावशाली दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने जिन गेंदों पर प्रसन्ना और संगकारा को आउट किया था, वह निश्चित तौर पर बेहद खूबसूरत थीं। इशांत की चोट से टीम मुश्किल में आ सकती थी, लेकिन कोहली ने अपने पार्ट टाइïम गेंदबाजों का अच्छा इस्तेमाल कर उनका कोटा पूरा कराया। भारत ने शिखर धवन को आराम और उनकी जगह रोहित शर्मा को मौका दिया है। रोहित अपना स्थान दोबारा हासिल करने की कोशिश करेंगे, जो फिलहाल अजिंक्य रहाणे ने उनसे हथिया लिया है। अंबाती रायुडू भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और कोहली ने सबसे तेज 6000 रन पूरे किए। भारतीय बल्लेबाजी दमदार नजर आ रही है। टीम इंडिया को अब श्रीलंका के सफाये के बारे में सोचना चाहिए। विश्व कप में खिताब की रक्षा के लिए जाने से पहले यह अच्छा संकेत होगा।
(पीएमजी)