कोहली व विलियमसन पर रहेगी नजर
भारत को यह याद रखना चाहिए कि टी-20 विश्व कप में कीवी स्पिनरों ने उन्हें ऑलआउट कर दिया था।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज के रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है। भारत को यह याद रखना चाहिए कि टी-20 विश्व कप में कीवी स्पिनरों ने उन्हें ऑलआउट कर दिया था। इसलिए वे लापरवाही नहीं बरत सकते। दोनों टीमों के कप्तान दुनिया के बेहद शानदार बल्लेबाजों में से एक हैं। दोनों का ही व्यक्तित्व काफी रोचक है। टीम गेम में हमेशा एक अलग तरह की जंग भी चल रही होती है। हालांकि कोहली और विलियमसन इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे, लेकिन उन्हें पता है कि उनकी टीम की किस्मत काफी हद तक उनकी बल्लेबाजी पर भी टिकी है।
विलियमसन ने अपने पदार्पण से ही बता दिया था कि एक बहुत ही योग्य खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में प्रवेश कर रहा है। इसके बाद से उन्होंने हर तरह की पिच और हर तरह के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की है। भारत को इन्हीं की विकेट की जरूरत सबसे ज्यादा होगी। हालांकि न्यूजीलैंड के पास अनुभवी रोस टेलर भी हैं, जो पिछले एक साल से हर फॉर्म में बढि़या प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा मार्टिन गुप्टिल और टॉम लाथम भी बायें-दायें हाथ की अच्छी ओपनिंग जोड़ी है।
सवाल यह है कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम क्या होगा? कीवी तेज गेंदबाजों पर भरोसा जताएंगे, ऐसे में ओपनिंग का मजबूत होना जरूरी है। ऐसे में एक बार फिर बायें और दायें हाथ के ओपनर ज्यादा सटीक रहेंगे। लेकिन धवन ऐसे बल्लेबाज हैं, जो रन बनाने के बाद अगली दो पारियों में निराश कर देते हैं।
दलीप ट्रॉफी में पुजारा ने अपनी बल्लेबाजी से दावा मजबूत किया है। रोहित शर्मा को इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि भारत पांच गेंदबाजों के साथ उतरना चाहेगा। वे अश्विन, जडेजा, मिश्रा, भुवनेश्वर और शमी या उमेश के साथ मैदान में उतर सकते हैं। ब्रेक के बाद खिलाड़ी खुद को तरोताजा महसूस कर रहे होंगे और कीवियों के खिलाफ ज्यादा बेहतर ढंग से तैयार होंगे। यह एक लंबा सत्र होने वाला है, जिसके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की चुनौतियां होंगी। सत्र के अंत में हमें पता चल जाएगा कि किसमें कितना दम है।