बारिश के बाद खिली धूप की तरह था भारत का प्रदर्शन
लीग चरण समाप्त होने के साथ भारत का न्यूजीलैंड का अध्याय भी खत्म हो गया। अब भारत अपने सारे मैच ऑस्ट्रेलिया में ही खेलेगा। उन्होंने कुछ दिन उस ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तटों से दूर बिताए जहां वह करीब तीन महीने से थे। ये कुछ दिन भारतीय टीम के लिए ताजगी
(सौरव गांगुली का कॉलम)
लीग चरण समाप्त होने के साथ भारत का न्यूजीलैंड का अध्याय भी खत्म हो गया। अब भारत अपने सारे मैच ऑस्ट्रेलिया में ही खेलेगा। उन्होंने कुछ दिन उस ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तटों से दूर बिताए जहां वह करीब तीन महीने से थे। ये कुछ दिन भारतीय टीम के लिए ताजगी भरे रहे होंगे। मैं अपना यह लेख ऑकलैंड के सुंदर शहर में बैठकर लिख रहा हूं और यहां हल्की बारिश के बाद खिली हुई और चमकदार धूप निकली है, ठीक वैसी ही चमकदार जैसी इस विश्व कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन में देखने को मिली। ईडन पार्क में जिंबाब्वे के खिलाफ एक बार फिर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। भारत के खिलाफ जिंबाब्वे को मुकाबले में कही भी नहीं माना जा रहा था, लेकिन ब्रेंडन टेलर की काबिलियत और मूव करती नई सफेद गेंद ने एक समय भारत को दबाव में ला दिया था।
ब्रेंडन ने जिंबाब्वे के लिए अपनी जो आखिरी पारी खेली वह सचमुच संतोषजनक थी। यह सर्वोत्तम पारी थी और विश्व कप में किसी भी जिंबाब्वे के खिलाड़ी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। मैं एंडी फ्लावर के खिलाफ खेला हूं, जो मेरे विचार से जिंबाब्वे के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, लेकिन ब्रेंडन को मैं उनसे ज्यादा पीछे नहीं मानूंगा। भारत ने थोड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए आखिरकार जिंबाब्वे के खिलाफ जीत दर्ज की। एक समय पर भारत को साझेदारी की जरूरत थी और रैना व धौनी ने वह जिम्मेदारी निभाई। मैं यह समझता हूं कि रन चाहे किसी भी विपक्षी टीम के खिलाफ बनाए जाएं, उनका अपना महत्व होता है। इन रनों से रैना और धौनी का आत्मविश्वास बढ़ा होगा। दोनों ने बहुत ही चतुराई के साथ बल्लेबाजी की। धौनी एक छोर पर टिके रहे और दूसरे छोर पर रैना ने खुलकर बल्लेबाजी की। एक समय लक्ष्य हासिल करने के लिए भारत को नौ से ज्यादा के रनरेट से रन बनाने की जरूरत पड़ गई थी, ऐसे में दोनों में किसी एक को जोखिम उठाने की सख्त जरूरत थी।
भारत का अभियान अभी तक शानदार रहा है, लेकिन मेरे हिसाब गेंदबाजी में कुछ गलतियां हुई हैं, लेकिन कमजोर विपक्षी इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे। ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले उन्होंने न्यूजीलैंड में ज्यादा रन लुटाए। उन्होंने ढेर सारी शॉर्ट गेंदें फेंकीं। लेकिन अब यही उम्मीद है कि भारतीय टीम अपनी गलतियां सुधारते हुए ऑस्ट्रेलिया में भी अपनी अच्छी फॉर्म को बरकरार रखेगा।
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