बांग्लादेश को हल्के में लेने की गलती नहीं करेगा भारत
भारत के लिए अगला मैच भी करो या मरो की तरह है। मेजबान टीम बांग्लादेश को हल्के में लेने का जोखिम नहीं ले सकती। विराट कोहली और कुछ हद तक युवराज सिंह को छोड़कर अन्य किसी भी बल्लेबाज में आत्मविश्वास नहीं दिखा। अगर भारतीय बल्लेबाज लय हासिल कर लेते हैं
(के श्रीकांत का कॉलम)
भारत के लिए अगला मैच भी करो या मरो की तरह है। मेजबान टीम बांग्लादेश को हल्के में लेने का जोखिम नहीं ले सकती। विराट कोहली और कुछ हद तक युवराज सिंह को छोड़कर अन्य किसी भी बल्लेबाज में आत्मविश्वास नहीं दिखा। अगर भारतीय बल्लेबाज लय हासिल कर लेते हैं तो यह ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाले मुकाबले से पहले उनके लिए फायदेमंद होगा।
अच्छी बात यह है कि बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा का बल्ला हमेशा बोला है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। मुझे नहीं लगता कि अंतिम एकादश में छेड़छाड़ करने की जरूरत है। तस्कीन अहमद और अराफात सनी पर बैन लगने से बांग्लादेश ने दो ऐसे गेंदबाज खो दिए हैं जो उनकी गेंदबाजी आक्रमण को धार देते हैं। बावजूद इसके बांग्लादेश ने हिम्मत नहीं हारी है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उन्होंने साबित भी कर दिया है। इस ग्रुप से सेमीफाइनल में जाने वाली टीम का फैसला काफी हद तक नेट रन रेट के आधार पर होगा। भारत के लिए यह फायदेमंद है कि वो ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने से पहले बांग्लादेश से खेलेगा। आदर्श परिस्थिति में भारत को पहले बल्लेबाजी करने चाहिए और बड़ा स्कोर बनाना चाहिए। बेंगलुरु की दूसरी पारी में धीमी पड़ने लगती है। ऐसे में भारतीय स्पिनर बांग्लादेश को सस्ते में आउट करके टीम का रन रेट बेहतर कर सकते हैं।
अभी तक का टी-20 विश्व कप काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। न्यूजीलैंड के अलावा अन्य कोई भी टीम पूरी तरह से प्रभावी नहीं रही है। टीमों ने लय हासिल करने में समय लिया है। हालांकि इससे टूर्नामेंट काफी दिलचस्प हो गया है। उम्मीद करते हैं सेमीफाइनल से पहले कई और रोचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
(टीसीएम)