मीरपुर में आज होगा महामुकाबला
पाकिस्तान के खिलाफ मीरपुर में शनिवार को बड़े मुकाबले से पहले धौनी की टीम जिस तरह की शुरुआत चाहती थी, ठीक वैसी ही शुरुआत बांग्लादेश पर जीत के साथ मिली। आइसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत सबसे बड़ा आकर्षण होती है और एशिया कप में
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
पाकिस्तान के खिलाफ मीरपुर में शनिवार को बड़े मुकाबले से पहले धौनी की टीम जिस तरह की शुरुआत चाहती थी, ठीक वैसी ही शुरुआत बांग्लादेश पर जीत के साथ मिली। आइसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत सबसे बड़ा आकर्षण होती है और एशिया कप में भी वह बहुप्रतीक्षित दिन आ गया है। एक बात तय है कि इस मैच के दौरान दर्शक जरूर अपनी सीटों से चिपके रहेंगे और करोड़ों प्रशंसकों के साथ टीम की धड़कनें भी बढ़ी रहेंगी। जिस टीम का दिल बड़ा होगा और दिमाग ठंडा, वही टीम बाजी मारेगी।
रोहित शर्मा ने आगे बढ़कर नेतृत्व करने की क्षमता को एक बार फिर से साबित किया। उनकी पारी में ढेर सारे शॉट देखने को मिले। सबसे ज्यादा प्रभावी बात मुझे लगी कि उन्होंने आखिरी गेंद तक बल्लेबाजी करने की कोशिश की। दो साल पहले श्रीलंका के खिलाफ 264 रनों की पारी के दौरान भी उन्होंने ऐसा ही किया था। जिस ढंग के शॉट्स उनके पास हैं, उससे साफ है कि वह जितनी ज्यादा गेंद खेलेंगे, उतना ही स्कोरिंग रेट ऊपर जाएगा। यह भारत के लिए बड़ा प्लस प्वाइंट है।
धौनी ने हार्दिक पांड्या को ऊपर भेजकर दिखा दिया कि उनकी सोच में अभी भी तेजी बरकरार है। हार्दिक ने भी भरोसे पर खरा उतरते हुए आक्रामक पारी खेली। बांग्लादेश ने पांड्या का खेल ज्यादा नहीं देखा था, इसलिए वे उनके खिलाफ गेंदबाजी की कोई खास योजना नहीं बना सके। हालांकि इस युवा खिलाड़ी को इससे बहुत ज्यादा फर्क पड़ता भी नहीं क्योंकि वह तो हर गेंद पर अपना बल्ला घुमा रहे थे।
हालिया मैचों में भारतीय बल्लेबाजी काफी शानदार रही है, लेकिन गेंदबाजी चिंता का विषय रही। लेकिन आशीष नेहरा की वापसी और जसप्रीत बुमराह ने टीम को विपक्षी बल्लेबाजों को रोकने की क्षमता दी है। ये गेंदबाज न सिर्फ शुरुआत में बल्लेबाजों पर लगाम लगा सकते हैं, बल्कि बाद में भी स्कोरिंग को रोक सकते हैं। इसके अलावा अश्विन को नहीं भूलना चाहिए, जो बेहद चालाकी से स्पिन का जाल बुनते हैं।
हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला पूरी तरह से अलग होगा। मैच खत्म होने के बाद ही हमें सही तस्वीर दिखेगी। यह कहा जाता है कि खुद पाकिस्तानी टीम को यह नहीं पता होता कि उस दिन वह कैसा खेल खेलने वाली है। ऐसे में विपक्षी टीम को भी उनके खिलाफ योजना बनाने में दिक्कत होगी। संन्यास ले चुके शाहिद अफरीदी वापस आ चुके हैं। पिछले एशिया कप में उन्होंने ही अश्विन के आखिरी ओवर में दो छक्के मारकर भारत की उम्मीदों को धूमिल किया था। इस बार भी बल्ले व गेंद से उनकी भूमिका अहम होगी। हालांकि मुहम्मद आमिर पर सभी की निगाहें होंगी।
(पीएमजी)