इंग्लैंड ने छोड़ा नहीं है वापसी का प्रयास
चौथे टेस्ट में भारत का सामना संभवत: बदली हुई इंग्लैंड टीम से होगा। मेहमान टीम ने अपनी वापसी का प्रयास अभी छोड़ा नहीं है।
(रवि शास्त्री का कॉलम)
चौथे टेस्ट में भारत का सामना संभवत: बदली हुई इंग्लैंड टीम से होगा। मेहमान टीम ने अपनी वापसी का प्रयास अभी छोड़ा नहीं है। 0-2 से पिछड़ी कुक की टीम ने इस जंग के लिए जरूर नई रूपरेखा बनाई होगी। मुंबई का यह मुकाबला सीरीज का भाग्य तय करेगा। कोहली एंड कंपनी को उनकी रणनीतियों पर बारीक नजर रखनी होगी।
भारत को अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम की दो चीजों को समझना होगा। पहला यह कि हसीब हमीद की जगह पारी की शुरुआत करने कौन आएगा? दूसरा क्या बंदूक सरीखे अतिरिक्त स्पिनरों को तोपों से बदला जाएगा। युवा हमीद ने चोटिल होने से पहले काफी अच्छा खेल दिखाया। वह वाकई शाबाशी के हकदार हैं। उनकी जगह लेने के लिए जो रूट एक विकल्प हो सकते हैं। स्पिनरों को लेकर इंग्लैंड का रवैया काफी ढीला रहा है। तीन स्पिनरों को ढो रही टीम में सिर्फ मोईन अली ने एक पारी में करीब 15 ओवर गेंदबाजी की है। भारत को वानखेड़े में तेज गेंदबाजों को झेलने के लिए तैयार रहना होगा। सुबह पिच पर नमी और हिंद महासागर से आतीं तेज हवाएं स्विंग गेंदबाजी के लिए मददगार हो सकती हैं। ऐसे में बल्लेबाजों को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार रहना होगा।
मुझे लगता है कि टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ी समस्या स्पिनरों को चुनने की होगी। अगर भारत अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरने की योजना बनाता है तो जयंत यादव को बेंच पर बैठना होगा। मेरे विचार से यह गलत कदम होगा। यह विकेट ऑफ स्पिनरों का भी मददगार हो सकता है। अगर विकेट सूखा होता है और उस पर जरा भी घास नहीं होती है तो ऐसे में मेजबानों को भरा-पूरा स्पिन आक्रमण चाहिए होगा।
(टीसीएम)