टीम इंडिया को उठाना होगा अपने खेल का स्तर: गावस्कर
प्रशंसकों को बेवकूफ बनाने की क्रिकेट की पुरानी आदत है और उसने एक बार फिर हम जैसे लोगों को गलत साबित किया, जिन्होंने पहले वनडे
(गावस्कर का कॉलम)
प्रशंसकों को बेवकूफ बनाने की क्रिकेट की पुरानी आदत है और उसने एक बार फिर हम जैसे लोगों को गलत साबित किया, जिन्होंने पहले वनडे में भारत की आसान जीत की भविष्यवाणी की थी। वेस्टइंडीज की टीम ने मैदान पर उतरकर शानदार खेल दिखाया, इसकी वजह चाहे बोर्ड के साथ करार का विवाद रहा हो या फिर टीम के साथ क्लाइव लायड और कर्टली एंब्रोस जैसे दिग्गज खिलाडिय़ों की मौजूदगी। इंडिया 'ए' के खिलाफ अभ्यास मैच में उनके प्रदर्शन को देखकर ज्यादा उम्मीद नहीं बंधी थी, लेकिन उन्होंने उलट प्रदर्शन करते हुए बाजी पलट दी। दूसरे वनडे में भारत को अपनी एकादश में बदलाव करने की जरूरत नहीं। उन्हें सिर्फ अपने खेल का स्तर उठाना होगा और साथ ही वेस्टइंडीज की टीम को हल्के में लेने की गलती दोहराने से बचना भी होगा।
निश्चित रूप से वेस्टइंडीज की जीत ने सीरीज को रोमांचक बना दिया है साथ ही भारतीय टीम को जोरदार झटका देते हुए इकाई के रूप में प्रदर्शन करने की नसीहत भी दे डाली है। भारतीय गेंदबाजी चिंता का विषय है खासकर उन पिचों पर जहां गेंदबाजों के लिए कुछ खास नहीं होता है। कोच्चि की पिच बल्लेबाजों को मुफीद थी। गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रही थी। पिच थोड़ा बहुत टर्न भी ले रही थी, लेकिन इतना नहीं कि बल्लेबाज को परेशानी में डाल सके। सैमुअल्स ने शानदार शतक लगाया और फॉर्म में चल रहे रामदीन ने भी महत्वपूर्ण अर्धशतकीय पारी खेली। इन दोनों की साझेदारी की बदौलत ही कैरेबियाई टीम 300 से पार का स्कोर बनाने में सफल रही।
उनकी बल्लेबाजी में एक खास बात यह नजर आई। कैरेबियाई बल्लेबाज साइट स्क्रीन को लक्ष्य बनाकर ज्यादा से ज्यादा सीधा खेलने का प्रयास कर रहे थे। उपमहाद्वीप की पिचों पर यह रणनीति सबसे कारगर साबित होती है। शुरुआत में कोई खतरा नहीं उठाते हुए मिड ऑन और मिड ऑफ के बीच 'वी-आकार' में ही शॉट खेलें और फिर नजरें जम जाने के बाद अपने हाथ खोलें। क्वाइव लायड इसके मास्टर थे और यहां कैरेबियाई बल्लेबाजों की बल्लेबाजी में उनका प्रभाव साफ देखने को मिला। कुछ ऐसा ही गेंदबाजी में दिखा जहां एंब्रोस के मार्गदर्शन में गेंदबाजों ने ज्यादा से ज्यादा लंबी गेंदें फेंकी। जेरोम टेलर अच्छी लय में दिखे। रामपॉल यदि शॉर्ट गेंद फेंकने की अपनी कमजोरी से पार पा लें तो वह घातक गेंदबाज साबित हो सकते हैं।