आइपीएल में अहम भूमिका निभा सकते हैं स्पिनर: मांजरेकर
नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और अब कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि संयुक्त अरब अमीरात में शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग में स्पिनर अहम भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि यूएई में भी उपमहाद्वीप जैसे ही विकेट होने की संभावना है। मांजरेकर ने कहा कि स्पिनर बहुत अहम भूमिका निभा सकते हैं। यह उपमहाद्वीप के आम विकेट जैसा ही
नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और अब कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि संयुक्त अरब अमीरात में शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग में स्पिनर अहम भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि यूएई में भी उपमहाद्वीप जैसे ही विकेट होने की संभावना है।
मांजरेकर ने कहा कि स्पिनर बहुत अहम भूमिका निभा सकते हैं। यह उपमहाद्वीप के आम विकेट जैसा ही होगा। मैं अंडर-19 विश्व कप के दौरान वहां था और मैंने देखा था कि उन पिचों में हल्का उछाल था इसलिए विकेट का मिजाज कैसा होगा इसके लिए इंतजार करना होगा। दुबई और अबुधाबी की तुलना में शारजाह की पिच भिन्न होगी। यूएई में आइपीएल के पहले चरण (16 से 30 मई) के मैच होंगे और मांजरेकर का मानना है कि लोकप्रियता की सूची में आइपीएल हमेशा ऊपर रहेगा। उन्होंने कहा कि आइपीएल अलग तरह का टूर्नामेंट है। यह ऐसा टूर्नामेंट है जो सभी तरह की चुनौतियों का गवाह रहा है। जब इसे दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया तो यह काफी लोकप्रिय रहा था। यूएई हमारे देश से करीब है और इसलिए वहां इसका आयोजन मुझे बड़ा मसला नहीं लगता है। मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शक सभी विषमताओं के बावजूद आइपीएल को गले लगाएंगे।
मांजरेकर ने कहा कि क्रिकेट में कप्तान की भूमिका अहम होती है तथा सहयोगी स्टाफ की भूमिका खास नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि टी-20 क्रिकेट में कोच और सहयोगी स्टाफ की भूमिका होती है लेकिन कम। टी-20 में अंदर और बाहर काफी इनपुट लेने की जरूरत पड़ती है। क्रिकेट ऐसा खेल है जिसमें कप्तान को आखिरी फैसला करना होता है और सहयोगी स्टाफ का प्रभाव सीमित होता है।