भारतीयों को धैर्य से करनी होगी बल्लेबाजी
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बिना अधिक विकेट गंवाए क्रीज पर लंबा समय बिताया। यह बात मैच के परिणाम के लिए अहम साबित हो सकती है। भारत इस टेस्ट में चार गेंदबाजों के साथ खेल रहा है, लेकिन सिर्फ तीन ही मुख्य गेंदबाज नजर आ रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि टेस्ट के पहले दिन रवींद्र जडेजा का काम गेंदबाजों को रोटेट
(रवि शास्त्री का कॉलम)
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बिना अधिक विकेट गंवाए क्रीज पर लंबा समय बिताया। यह बात मैच के परिणाम के लिए अहम साबित हो सकती है। भारत इस टेस्ट में चार गेंदबाजों के साथ खेल रहा है, लेकिन सिर्फ तीन ही मुख्य गेंदबाज नजर आ रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि टेस्ट के पहले दिन रवींद्र जडेजा का काम गेंदबाजों को रोटेट करने का अधिक लग रहा था।
आप इस बात पर बहस कर सकते हैं कि रोहित शर्मा को छठे बल्लेबाज के तौर पर खिलाने की बजाय इस भारतीय टीम में अश्विन को होना चाहिए था, लेकिन टीम का यह निर्णय आसानी से समझा जा सकता है। एक ऐसी टीम जो सीरीज में 1-0 से आगे है और जिसके दो बल्लेबाज कोहली और धवन अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है, निश्चित ही अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करना चाहेगी। हालांकि मेरा अभी भी मानना है कि यह रक्षात्मक रवैया पलटकर आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।
लॉर्ड्स से सबक लेकर इंग्लैंड की टीम कहीं अधिक प्रतिबद्ध नजर आ रही है। कप्तान एलिस्टेयर कुक ने अपने मजबूत चरित्र की झलक दिखाई और गैरी बैलेंस के बल्ले से भी रन निकल रहे हैं, ऐसे में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि खेलने की उनकी शैली कैसी है। मेजबान खिलाड़ियों ने अभी तक अंपायरों और फील्डरों की गलतियों का भी अधिकतम लाभ उठाया है।
भारत को यहां न केवल इशांत की कमी खल रही है, बल्कि भुवनेश्वर कुमार का अत्यधिक इस्तेमाल किया जाना भी चिंता की बात है। यह देखकर हैरानी हुई कि स्विंग गेंदबाज से शुरुआत में ही इतनी गेंदबाजी कराई गई। वास्तव में लंबी सीरीज में गेंदबाजों का रोटेशन अहम मुद्दा रहता है। ईमानदारी से कहूं तो अपना टेस्ट पदार्पण कर रहे गेंदबाज पंकज सिंह को पहले दिन आसानी से दो विकेट मिल सकते थे। बिना किसी पुरस्कार के उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की। मुहम्मद शमी ने भी कुछ ऐसी गेंद फेंकी जिन्हें खेलना करीब करीब नामुमकिन था। भारत के लिए समय आ गया है कि बल्लेबाज आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाएं। उन्हें लंबे समय तक और धैर्य से बल्लेबाजी करनी होगी और अधिक से अधिक समय तक इंग्लिश खिलाड़ियों को मैदान पर रखना होगा।
(टीसीएम)