पुजारा से लंबी पारी की दरकार
भारत नए मैच में बदलाव के साथ उतरने के लिए तैयार है। यह अच्छी खबर है, लेकिन सिर्फ रोहित शर्मा के लिए। मगर शायद अश्विन के लिए नहीं और न ही स्टुअर्ट बिन्नी के लिए जिन्हें लॉर्ड्स में इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी के लिए बुलाया ही नहीं गया। किसी भी स्थिति में भारत की सेहत अच्छी है। टीम ने दिखाया है
(शास्त्री शास्त्री का कॉलम)
भारत नए मैच में बदलाव के साथ उतरने के लिए तैयार है। यह अच्छी खबर है, लेकिन सिर्फ रोहित शर्मा के लिए। मगर शायद अश्विन के लिए नहीं और न ही स्टुअर्ट बिन्नी के लिए जिन्हें लॉर्ड्स में इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी के लिए बुलाया ही नहीं गया। किसी भी स्थिति में भारत की सेहत अच्छी है। टीम ने दिखाया है कि वह विपरीत हालात से वापसी करने में सक्षम है। उसके पास विकल्पों की कमी नहीं है।
पिछले टेस्ट में जब इंग्लैंड ने सोचा कि उन्होंने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को समेट दिया है तभी अजिंक्य रहाणे उभरकर सामने आए। जब मेजबान टीम के दो बल्लेबाज खतरा बनते दिख रहे थे, तभी इशांत शर्मा ने मौजूदगी दर्ज कराई। भारतीयों के इस प्रदर्शन के दौरान ऐसा नही था कि हालात अनुकूल थे, लेकिन वह तो उनका अपार धैर्य था, जिसने इंग्लैंड की टीम को भी निश्चित ही हैरान किया होगा।
मौजूदा स्थिति में न तो बल्लेबाज और न ही गेंदबाज मेजबान टीम की नैया पार करवा पा रहे हैं। दोनों टीमों में वह इंग्लैंड है जो कमजोर दिख रही है। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि भारत को आत्ममुग्धता का शिकार होकर लापरवाह हो जाना चाहिए। आखिरकार इस तथ्य से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि इंग्लैंड ने दोनों टेस्ट की पहली पारी में बढ़त हासिल की थी।
टीम दोबारा चार गेंदबाजों की रणनीति पर लौटने को तैयार है। इसका मतलब होगा कि विजय या रोहित से गेंदबाजी कराई जाएगी। मगर इस समय टीम इंडिया यह जोखिम ले सकती है क्योंकि वह इंग्लैंड की टीम है जो पिछड़ रही है। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा किसी भी समय फॉर्म में वापसी कर सकते हैं। हालांकि पुजारा अभी तक अपनी भूमिका ठीक तरह से निभा रहे हैं, लेकिन अब वह निश्चित ही लंबी पारी की ओर देख रहे होंगे। वहीं कोहली अभी तक कुछ असहज लगे हैं, लेकिन उन जैसे खिलाड़ियों को लय हासिल करने में अधिक देर नहीं लगती।
इंग्लैंड को भी एलिस्टर कुक और इयान बेल से जबरदस्त प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दोनों कुल 200 से अधिक टेस्ट खेलकर 15000 से ज्यादा रन बना चुके हैं, जिनमें करीब 45 शतक भी शामिल हैं। हो सकता है कि पीटरसन के श्राप के चलते उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ हो.. चलिए मजाक बंद करते हैं, लेकिन वास्तव में इंग्लैंड की नाव युवा हाथों में है और टीम को उम्मीद होगी कि उसे किनारा मिल जाएगा।
(टीसीएम)