विराट ने ऐसे फिर साबित किया कि उन्हीं में मौजूद है सचिन के करीब पहुंचने का दम
विराट कोहली इन दिनों अपने करियर के उस फॉर्म में हैं जिसको कुछ लोग उनके करियर का 'बेस्ट' दौर बता रहे हैं तो विराट का कहना है कि उन्हें इसके बारे में खुद नहीं पता। आइपीएल-9 में तमाम रिकॉर्ड्स तोड़े और टूर्नामेंट में 973 रन बनाकर बाकी खिलाड़ियों के लिए
नई दिल्ली। विराट कोहली इन दिनों अपने करियर के उस फॉर्म में हैं जिसको कुछ लोग उनके करियर का 'बेस्ट' दौर बता रहे हैं तो विराट का कहना है कि उन्हें इसके बारे में खुद नहीं पता। आइपीएल-9 में तमाम रिकॉर्ड्स तोड़े और टूर्नामेंट में 973 रन बनाकर बाकी खिलाड़ियों के लिए एक नई दीवार खड़ी कर दी। एक जमाने में भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर भी कुछ ऐसा ही किया करते थे और उनके द्वारा खड़ी की गई रिकॉर्ड्स की दीवार को लांघना सबके लिए बस एक सपना जैसा ही है। हालांकि विराट ने अपने एक नए रिकॉर्ड के साथ फिर साबित किया है कि सचिन के करीब अगर कोई पहुंचेगा तो वो विराट ही हैं। बेशक अभी भी सचिन के रिकॉर्ड्स विराट से काफी दूर हों लेकिन फिर भी विराट को कम आंकना सही नहीं होगा।
ये भी पढ़ेंः दिग्गजों की भीड़ में इस 20 साल के खिलाड़ी ने बनाई अलग पहचान
दरअसल, आइपीएल इतिहास के पिछले 8 संस्करणों में जो 8 खिलाड़ी 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' बने थे उनमें से सिर्फ एक ही खिलाड़ी भारतीय था। वो भारतीय खिलाड़ी थे सचिन तेंदुलकर जिन्होंने 2010 के आइपीएल में 618 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनने का गौरव हासिल किया था। उसके बाद कई साल बीते, तमाम रिकॉर्ड्स बने लेकिन कोई भी भारतीय इस अवॉर्ड को नहीं जीत पा रहा था। आखिर विराट ने इस सूखे को खत्म किया और अब सचिन के बाद वो ऐसा करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। आइपीएल इतिहास में इस पुरस्कार को अब तक सिर्फ शेन वॉटसन ने दो बार जीता है।
- ये हैं आइपीएल इतिहास के सभी 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट':
2008- शेन वॉटसन
2009- एडम गिलक्रिस्ट
2010- सचिन तेंदुलकर
2011- क्रिस गेल
2012- सुनील नरेन
2013- शेन वॉटसन (दूसरी बार)
2014- ग्लेन मैक्सवेल
2015- आंद्रे रसेल
2016- विराट कोहली