हार्दिक पांड्या ने कर दी गलती, चैंपियंस ट्रॉफी में अब नहीं मिलेगा यह बड़ा मौका
हार्दिक पांड्या के लिए खड़ी हुई परेशानी...
नई दिल्ली, पीटीआइ। टीम इंडिया के युवा सितारे हार्दिक पांड्या ने न्यूजीलैंड के साथ हुए वॉर्म-अप मैच में एक बड़ी गलती कर सुनहरा मौका गंवाने का काम किया है। अब आशंका जताई जा रही है कि उनसे चैंपियंस ट्रॉफी में एक बड़ा मौका छिन जाएगा।
हरफनमौला खेल दिखाने वाले हार्दिक को चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबलों में टीम इंडिया में जगह तो मिल सकती है, लेकिन अब कुछ क्रिकेट विशेषज्ञों को लगता है कि कप्तान विराट कोहली उन्हें तेज गेंद नहीं देंगे।
माना जा रहा है कि कि जिस लेंथ पर हार्दिक बॉलिंग करते हैं, वह ब्रिटेन की पिचों के मुताबिक बहुत कामयाब साबित नहीं होगी। इंडिया 'ए' टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटे हार्दिक पांड्या अपनी गेंदबाजी में कुछ कदम आगे बढ़े हैं, लेकिन उनके गेंदबाजी के आंकड़ों को देखें तो सिर्फ एक बार इंग्लैंड के खिलाफ ही ईडन गार्डन में उन्हें अपना 10 ओवर का कोटा पूरा करने का मौका मिला था।
कुल 7 वनडे मैचों में कोहली ने हार्दिक से हर मैच में 5 से 7 ओवर की ही गेंदबाजी कराई। यही नहीं आइपीएल के कुल 17 मैचों में मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे महज 26 ओवर की ही बॉलिंग कराई। इस तरह देखें तो आइपीएल में प्रति मैच उन्हें दो ओवर की बॉलिंग का भी मौका नहीं मिला।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए वॉर्म-अप मैच में भी वह लय में नहीं दिखे और 6 ओवर में 49 रन दे डाले। पांड्या की गेंदों पर ल्यूक रॉन्ची और केन विलियमसन ने खूब रन बनाए।
टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच कुंबले मानते हैं कि हार्दिक पांड्या अपनी लेंथ को बदलने में नाकामयाब रहे हैं। इसी वजह से क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली के पास भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे विकल्प होने की स्थिति में वह शायद ही हार्दिक पांड्या को नई गेंद सौंपें। इसके अलावा गेंद के कुछ पुरानी होने पर जसप्रीम बुमराह भी अच्छे विकल्प हैं। 1983 के विश्व कप के हीरो रहे मदन लाल कहते हैं कि हार्दिक पांड्या को अपनी लाइन और लेंथ पर थोड़ा दिमाग लगाने की जरूरत है।
मदन लाल ने कहा है, 'उनकी नेचुरल लेंथ शॉर्ट है और उन्हें इंग्लैंड में इसमें सुधार करना होगा। यदि वह फिलहाल की तरह ही शॉर्ट बॉलिंग करते हैं तो बल्लेबाज उनकी गेंदों को बाउंड्री के पार पहुंचाएंगे। उनके पास गति है और एक तेज गेंदबाज का एटीट्यूड है। उन्हें अपने प्रदर्शन में ज्यादा निरंतरता लाने की जरूरत है।'
देखना होगा कि कोहली अपने इस युवा ऑलराउंडर पर कितना भरोसा करते हैं और हार्दिक इस मौके का कितना फायदा उठाते हैं।
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