टूट गया टीम इंडिया का सपना, इन दो खिलाड़ियों ने मंसूबों पर फेर दिया पानी
रांची टेस्ट मैच के पांंचवें दिन शॉन मार्श और पीटर हैंड्सकॉम्ब की जोड़ी ने भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया है। रांची टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होते-होते भारतीय टीम जीत के सपने देखने लगी थी। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 23 रन पर दो विकेट खो दिए थे।
इस टेस्ट मैच के पांचवें दिन भारत को जीत के लिए 8 विकेट लेने थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के पहली पारी के स्कोर से 129 रन पीछे थी। इस टेस्ट के आखिरी दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने दम दिखाया और पहले सेशन में मैट रैनशॉ और स्टीव स्मिथ का विकेट लेकर रांची में जीत की उम्मीदों को और बल दिया। अब टीम इंडिया को जीत के लिए 6 विकेट की जरुरत थी। लेकिन इसके बाद भारत की उम्मीदें धीरे-धीरे धूमिल हो गई। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के दो बल्लेबाज़ों ने टीम पिच पर अंगद की तरह पैर जमा दिए।
मार्श और हैंड्सकॉम्ब ने तोड़ी भारत की उम्मीदें
शॉन मार्श और पीटर हैंड्सकॉम्ब की जोड़ी ने भारतीय गेंदबाज़ों के धैर्य की खूब परीक्षा ली। विराट कोहली ने अपने सभी गेंदबाज़ों को मौका दिया लेकिन कोई भी गेंदबाज़ इनके पैर नहीं उखाड़ पाया। अश्विन से लेकर इशांत और जडेजा से लेकर उमेश यादव तक सभी अच्छी गेंदें तो फेंक रहे थे, लेकिन विकेट नहीं निकाल पा रहे थे। इन दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 124 रन की साझेदारी की और दूसरे सेशन मे टीम इंडिया को कोई विकेट नहीं लेने दिया।
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शॉन मार्श ने 197 गेंदों का सामना कर 53 रन बनाए और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 200 गेंदों का सामना कर नाबाद 72 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाज़ों की साझेदारी की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया ने ना सिर्फ भारत के स्कोर की बराबरी की बल्कि टीम इंडिया पर बढ़त बनाकर इस टेस्ट को ड्रॉ की ओर धकेल दिया। हालांकि तीसरे सेशन में रवींद्र जडेजा ने मार्श (53) को विजय के हाथों कैच आउट कराकर भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। इसके बाद अश्विन ने मैक्सवेल का विकेट लेकर भारत को एक और सफलता दिलाई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और टीम इंडिया का रांची में जीत का सपना चकनाचूर हो गया था।