14 साल बादः तीसरे टेस्ट में ये क्या कर डाला बल्लेबाजों ने?
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने विशाल जीत दर्ज करने के साथ-साथ सीरीज भी अपने नाम जरूर कर ली लेकिन टीम को एक दर्द जरूर सता रहा होगा। ये दर्द है बल्लेबाजों के प्रदर्शन से जुड़ा। पूरी सीरीज में भारतीय स्पिनरों का
नागपुर। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने विशाल जीत दर्ज करने के साथ-साथ सीरीज भी अपने नाम जरूर कर ली लेकिन टीम को एक दर्द जरूर सता रहा होगा। ये दर्द है बल्लेबाजों के प्रदर्शन से जुड़ा। पूरी सीरीज में भारतीय स्पिनरों का ही बोलबाला रहा, अपने एकतरफा प्रदर्शन के दम पर भारतीय स्पिनरों ने ये सीरीज टीम इंडिया को जिताने में अहम भूमिका निभाई है। वहीं, नागपुर टेस्ट में तो दोनों टीम के बल्लेबाजों ने एक अजीब रिकॉर्ड तक बना डाला।
2002 के बाद यह पहला ऐसा टेस्ट मैच है, जिसमें एक भी अर्धशतक नहीं लगा और मैच का फैसला हुआ। इससे पहले ऐसा भारत-न्यूजीलैंड के बीच हैमिल्टन टेस्ट में हुआ था। भारतीय सरजमीं पर यह पहला ऐसा मौका है। मुरली विजय ने इस टेस्ट में सर्वाधिक 40 रन बनाए। कम रनों वाले मैच में भारत की जीत में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 1996 में अहमदाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत में लक्ष्मण (51) और 1981 में मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ मिली जीत में गावस्कर (55) शीर्ष स्कोरर रहे थे।