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इन वजहों से श्रीलंका दौरे को माही या फिर उनके फैंस शायद ही कभी भूल पाएं

माही के लिए श्रीलंका वनडे सीरीज बेहद यादगार बन गया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Mon, 04 Sep 2017 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 05 Sep 2017 10:13 AM (IST)
इन वजहों से श्रीलंका दौरे को माही या फिर उनके फैंस शायद ही कभी भूल पाएं
इन वजहों से श्रीलंका दौरे को माही या फिर उनके फैंस शायद ही कभी भूल पाएं

संजय सावर्ण, नई दिल्ली। जब श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होना था तो उससे पहले भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि धौनी के भविष्य पर फैसला उनके प्रदर्शन को देखकर किया जाएगा। उनके इस बयान के बाद तो क्रिकेट फैंस को थोड़ी मायूसी जरूर हुई थी क्योंकि श्रीलंका सीरीज के लिए युवी को भी बाहर कर दिया गया था। युवी के बाहर होने की वजह फिटनेस थी तो धौनी भी 36 वर्ष के हो चुके हैं और यहां पर अमूमन क्रिकेटर अपने करियर को विराम लगा देते हैं। अब धौनी के सामने चुनौती थी कि वो इस वनडे सीरीज में खुद को साबित करें साथ ही अगर उन्हें अगले विश्व कप में खेलना है तो इसके लिए अपनी दावेदारी मजबूत तरीके से पेश करें और हुआ भी ऐसा ही। इस वनडे सीरीज में धौनी ना सिर्फ विकेट के आगे बल्कि विकेट के पीछे भी बेहद कामयाब रहे साथ ही कई सारे रिकॉर्ड्स भी उन्होंने अपने नाम किए। सही मायने में धौनी इस सीरीज को शायद ही कभी भूल पाएं। 

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विकेट के आगे-पीछे दोनों में किया धमाल

महेंद्र सिंह धौनी ने श्रीलंका के खिलाफ बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग दोनों में ही कमाल किया। इस वनडे सीरीज में धौनी ने पांच मैचों में कुल 162 रन बनाए। हालांकि पहले वनडे में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल पाया था। सबसे अहम बात उनकी बल्लेबाजी की ये रही कि उन्होंने भारत को ऐसे मैचों में जीत दिलाई जहां लग रहा था कि भारतीय टीम हार जाएगी। इस पूरे सीरीज के दौरान धौनी की विकेट कीपिंग कमाल की रही। खासतौर पर कई मौकों पर उन्होंने कप्तान विराट को डीआरएस लेने को कहा और उनकी फैसला सटीक साबित हुआ। यानी उनका अनुभव भी काम आया। इसके अलावा उन्होंने इन मैचों में कुल 6 शिकार किए जिसमें तीन स्टंप और तीन कैच शामिल थे। 

300 वनडे मैचों के क्लब में हुए शामिल

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान धौनी ने अपने करियर में उस मुकाम को छुआ जो उनसे पहले सिर्फ पांच भारतीय बल्लेबाज ही कर पाए थे। धौनी भारत के छठे खिलाड़ी बने जिन्होंने अपने वनडे करियर में 300 वनडे मैचों का आंकड़ा छूआ। इससे पहले सचिन, द्रविड़, अजहर, गांगुली और युवराज ये कमाल कर चुके थे। 

विकेट के पीछे के बाजीगर बने धौनी

धौनी के लिए श्रीलंका वनडे सीरीज उनके करियर के लिए सबसे यादगार बन गया। इस सीरीज के दौरान उन्होंने वो कमाल किया जो दुनिया के विकेट कीपर ने नहीं किया था। वनडे क्रिकेट के इतिहास में वो 100 खिलाड़ियों को स्टंप करने वाले पहले विकेट कीपर बने। उन्होंने श्रीलंका के पूर्व विकेट कीपर संगकारा का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने विकेट के पीछे 99 खिलाड़ियों को स्टंप आउट किया था। 

सबसे ज्यादा बार नाबाद रहने का रिकॉर्ड

श्रीलंका के विरुद्ध चौथे वनडे में धौनी ने नाबाद 49 रन की पारी खेली और सबसे ज्यादा बार नॉट आउट रहने का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने शॉन पोलाक और चमिंडा वास को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा बार यानी 73 बार नाबाद रहने का रिकॉर्ड बनाया। वैसे पांचवें वनडे में भी वो नाबाद रहे और अब ये संख्या 74 तक पहुंच गई है। 

सबको बनाया अपना मुरीद

धौनी का प्रदर्शन देखकर एमएसके प्रसाद ने उनकी खूब तारीफ की और कहा कि वो ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कहा था कि अगर उनका एक पैर भी होगा तो भी वो पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे। धौनी के प्रदर्शन के बाद टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि अगले वर्ल्ड कप में धौनी टीम की रणनीति का अहम हिस्सा होंगे और उनका करियर अभी खत्म नहीं हुआ है। धौनी के 300वें वनडे मैच के मौके पर कप्तान विराट ने कहा कि धौनी हमेशा हमारे कप्तान रहेंगे। सबसे ज्यादा खिलाड़ियों के स्टंप करने वाले धौनी की तारीफ में महान क्रिकेटर सचिन ने कहा कि माही किसने कहा कि बिजली दोबारा नहीं चमक सकती। ऐसा हुआ और वो भी 100 बार। आगे भी ऐसा प्रदर्शन जारी रखें। 

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