यादगार: भारतीय क्रिकेट इतिहास के लिए बेहद खास है आज का दिन
33 वर्ष पहले आज के दिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में वो पल आया था जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था।
नई दिल्ली। 33 वर्ष पहले आज के दिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में वो पल आया था जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। कपिल देव की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए उस वक्त की बेहद सशक्त टीम वेस्टइंडीज को हराकर एतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था।
क्या हुआ था इस मैच में ?
1983 वर्ल्ड कप फाइनल में भारतीय टीम का मुकाबला वेस्टइंडीज से होना था। पूरा क्रिकेट जगह इस बात को लेकर आश्वस्त था कि वेस्टइंडीज एक बार फिर से विश्व विजेता बनेगा। मगर इस मैच में जो कुछ हुआ उसने सबको चौंका कर रख दिया। इस मैच में टॉस जीता वेस्टइंडीज ने और उसने भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 54.4 (उस वक्त वनडे क्रिकेट 60 ओवरों का होता था) ओवर में 10 विकेट पर 183 रन बनाए। भारत की तरफ से इतना कम स्कोर बनाए जाने के बाद वेस्टइंडीज टीम को ऐसा लगा कि वो मैच जरूर जीत जाएगी क्योंकि उस वक्त वेस्टइंडीज की टीम में गजब के बल्लेबाज मौजूद थे।
दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज मैदान पर उरते। भारत ने महज 5 रन पर वेस्टइंडीज का पहला विकेट गिरा दिया। इसके बाद तो भारतीय गेंदबाजों ने अपनी गेंदबाजी का ऐसा जलवा बिखेरा की वेस्टइंडीज की मजबूत बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह से बिखर गई और पूरी टीम महज 140 रन पर ऑल आउट हो गई और वो भी 52 ओवर में। इस तरह से भारत ने वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबला 43 रनों से जीत लिया।
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन
भारत की तरफ से के. श्रीकांत ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए। मोहिंदर अमरनाथ ने 26 रन, संदीप पाटिल ने 27 रन, कप्तान कपिल ने 15 रन, मदन लाल ने 17 रन, किरमानी ने 14 रन, जबिक यशपाल शर्मा और बलविंदर संधू ने 11 रनों का योगदान दिया। टीम के धाकड़ ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर इस मैच में नहीं चले और उन्होंने महज 2 रन बनाए।
भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन
भारतीय बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के सामने कम रन बनाए थे और जीत की पूरी जिम्मेदारी गेंदबाजों पर थी पर भारतीय गेंदबाजों ने निराश नहीं किया और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। मोहिंदर अमरनाथ और मदन लाल ने तीन-तीन, बलविंदर संधू ने दो जबकि कप्तान कपिल देव और स्टअर्ट बिन्नी ने एक-एक विकेट लिए।
मोहिंदर अमरनाथ बने थे मैन ऑफ द मैच
वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल मुकाबले में अमरनाथ को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला। उन्होंने इस मैच में 26 रन बनाए साथ ही तीन विकेट भी लिए।