आखिरी ओवर का पूरा हाल..जानिए हर बॉल की रोचक कहानी
पोर्ट ऑफ स्पेन। भारतीय टीम ने गुरुवार को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में जिस रोमांचक अंदाज में 1 विकेट से हराया, उसे देखकर करोड़ों भारतीय क्रिकेट प्रेमी झूम उठे, लेकिन हम आपको यह बता दें कि भारत के लिए जीत बिलकुल भी आसान नहीं थी, क्योंकि उसे आखिरी 6 गेंदों में जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी
पोर्ट ऑफ स्पेन। भारतीय टीम ने गुरुवार को त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में जिस रोमांचक अंदाज में 1 विकेट से हराया, उसे देखकर करोड़ों भारतीय क्रिकेट प्रेमी झूम उठे, लेकिन हम आपको यह बता दें कि भारत के लिए जीत बिलकुल भी आसान नहीं थी, क्योंकि उसे आखिरी 6 गेंदों में जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी। क्विंस पार्क ओवल की पिच पर ऐसा करना अनहोनी के बराबर था, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने इस अनहोनी को होनी में बदल दिया और भारत मैच जीत गया।
पढ़ें : फाइनल में भारत ने श्रीलंका को रुला दिया
आइए, हम आपको आखिरी ओवर का पूरा हाल बताते हैं :
भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी और स्ट्राइक पर कप्तान महेंद्र सिंह धौनी थे। स्टेडियम में मौजूद तमाम दर्शकों की सांसें अटकी हुई थीं। ड्रेसिंग रूम में कुछ भारतीय खिलाड़ी अपनी जगह पर खड़े हो गए थे। अंतिम ओवर करने का जिम्मा शमिंदा इरांगा के पास था।
पहली गेंद : इरांगा ने धौनी को पहली गेंद ऑफ स्टंप के बाहर डाली। धौनी ने बल्ले को जोर से घूमाया, लेकिन वे चूक गए और पहली गेंद पर कोई रन नहीं बन सका। अब भारत को 5 गेंदों में जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी। दर्शकों के दिलों की धड़कनें और बढ़ गई थीं।
लाइव कमेंटरी के साथ फुल स्कोरबोर्ड देखने के लिए क्लिक करें
दूसरी गेंद : इरांगा दूसरी गेंद डालने को तैयार थे और दर्शकों की निगाहें बिना पलकें झपकाए धौनी की ओर टिकी थी। इरांगा ने दूसरी गेंद डाली और धौनी ने गेंदबाज के सिर के ऊपर से एक करारा प्रहार किया। शॉट इतना जबरदस्त था कि गेंद स्टेडियम की छत के ऊपरी हिस्से पर जाकर लगी और भारत के खाते में 6 रन जुड़ गए। इस छक्के ने भारतीय प्रशंसकों में जान फूंक दी। अब भारत को 4 गेंदों में जीत के लिए 9 रनों की जरूरत थी। कभी भी कुछ भी हो सकता था।
इस शानदार जीत की तस्वीरें देखने के लिए क्लिक करें
तीसरी गेंद : इरांगा ने धौनी को तीसरी गेंद डाली और धौनी ने बड़ी ही चतुराई से उस गेंद को प्वाइंट के ऊपर से खेल दिया और गेंद सीधे सीमारेखा के पार 4 रनों के लिए चली गई। इस चौके से पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। ड्रेसिंग रूम में लगभग हर भारतीय खिलाड़ी अपनी जगह पर खड़ा हो गया। श्रीलंकाई खेमे में झल्लाहट दिखने लगी, क्योंकि इस शॉट ने भारत की जीत की उम्मीद जगा दी। अब भारत को 3 गेंदों में जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी।
क्रिकेट की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
चौथी गेंद : शमिंदा इरांगा ने एकबार फिर धौनी को लेंथ डेलिवरी डाली। इसबार धौनी ने एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से एक करारा प्रहार लगाया और गेंद सीधे 6 रनों के लिए चली गई। इस छक्के के साथ ही भारत ने फाइनल मैच 1 विकेट से जीत लिया। स्टेडियम में भारत जिंदाबाद के नारे लगने लगे। ड्रेसिंग रूम से भारतीय खिलाड़ी दौड़ पड़े। विराट कोहली ने धौनी को गले लगा लिया। इस शॉट से धौनी ने यह साबित कर दिया कि उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। इसीलिए यह कहा भी जाता है कि जो अनहोनी को होनी कर दे, वही है धौनी। जबरदस्त!
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर