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Ind vs NZ: भारत को इस धाकड़ खिलाड़ी से रहना होगा बचके, कहीं फेर न दे अरमानों पर पानी

Ind vs NZ: 2015 विश्व कप के बाद से विराट कोहली के बाद वनडे में औसत के मामले में दूसरे नंबर पर टेलर ही डटे हुए हैं। वह पिछली 12 पारियों में मात्र दो बार ही 50 से कम स्कोर पर आउट हुए हैं।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 12:34 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 03:43 PM (IST)
Ind vs NZ: भारत को इस धाकड़ खिलाड़ी से रहना होगा बचके, कहीं फेर न दे अरमानों पर पानी
Ind vs NZ: भारत को इस धाकड़ खिलाड़ी से रहना होगा बचके, कहीं फेर न दे अरमानों पर पानी

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। भारतीय टीम अब न्यूजीलैंड (Ind vs NZ) पहुंच गई है और उसे बुधवार से घरेलू टीम के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। इस बार भारतीय टीम के रास्ते का कांटा न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज नए रॉस टेलर (Ross Taylor) बन सकते हैं।

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टेलर से रहना होगा बचके

2015 विश्व कप के बाद से विराट कोहली (Virat Kohli) के बाद वनडे में औसत के मामले में दूसरे नंबर पर टेलर ही डटे हुए हैं। वह पिछली 12 पारियों में मात्र दो बार ही 50 से कम स्कोर पर आउट हुए हैं। उन्होंने इस दौरान 137, 90, 54, 86*, 80, 181* रनों की शानदार पारियां खेली हैं।

विलियमसन से भी आगे हैं टेलर

न्यूजीलैंड और भारत जब पिछली बार कीवियों के गढ़ में भिड़े थे तो कप्तान केन विलियमसन ने लगातार पांच अर्धशतक लगाए थे। यही न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम की जान थी। टेलर ने विलियमसन को पिछले विश्व कप से पीछे छोड़ना शुरू किया। तब से अब तक टेलर का औसत 69.72 का रहा है। टेलर ने इसी के साथ अपनी टीम के कई बल्लेबाजों के साथ कई बड़ी साझेदारियां भी की हैं। 2015 विश्व कप से अब तक सर्वश्रेष्ठ औसत के लिहाज जो 15 साझेदारियां हुईं हैं उसमें कोहली और टेलर के नाम प्रमुखता से दिखाई पड़ते हैं। टेलर ने इस दौरान टॉम लाथम, विलियमसन और मार्टिन गुप्टिल जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ बड़ी साझेदारियां की। खासकर लाथम के साथ उनकी साझेदारियों से टीम को काफी मदद मिली।

आंख के ऑपरेशन के बाद बढ़ी खेल की चमक 

वर्ष 2010 में टेलर को पता लगा था कि उनकी बायीं आंख में मांस बढ़ रहा है, लेकिन 2015 से पहले तक उन्होंने इस पर सावधानी नहीं बरती। इसके तुरंत बाद जब डॉक्टर ने उनकी आंख देखी और टेलर ने आई ड्रॉप डाला। इसके बाद उन्होंने पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 290 रनों की पारी खेल डाली। इस पारी को खेलने से पहले वह शून्य और 26 रन पर आउट हुए थे और उन्होंने कहा था कि वह गेंद को देख नहीं पा रहे थे। कई वर्ष तक ऐसे ही रहने के बाद आखिरकार 2016 में टेलर ने अपनी आंख की सर्जरी कराई। इसके बाद से उनकी वनडे की फॉर्म में जबरदस्त उछाल आया है। पिछले दो वर्ष में उनका वनडे का औसत क्रमश: 60.50 (2017) और 91.28 (2018) का रहा है। वहीं ऑपरेशन के बाद खेले पांच टेस्ट में भी उनका 81.6 का औसत रहा है।

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