आइपीएल-10 में इस बेहतरीन टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल, बन जाएगा यादगार
र बार आइपीएल में कुछ-ना कुछ नया प्रयोग किया जाता है। इस बार भी आइपीएल में क नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ के बाद आइपीएल सीजन 10 का आगाज़ होगा। हर बार आइपीएल में कुछ-ना कुछ नया प्रयोग किया जाता है। इस बार भी आइपीएल में क नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा।
खिलाड़ियों के हैलमेट पर भी लगेगा कैमरा
5 अप्रैल से शुरू होने वाले 'आइपीएल 10' में इस बार खिलाड़ियों के हैलमेट पर भी कैमरा लगा होगा। इन कैमरों का वज़न 100 ग्राम होगा। ये प्रयोग करने के पीछे एक खास वजह है। बीसीसीआइ इस बार खिलाड़ियों के हैलमेट पर कैमरा लगाना चाहती है, जिससे दर्शकों को हर चीज आसानी से और नजदीक से दिखाई दे। हेलमेट पर कैमरा लगने से दर्शकों को गेंदबाज़ के हाथ से छूट रही गेंद अच्छे से दिखाई देगी, जिसे देखकर दर्शक क्रिकेट के बारे में और ज्यादा समझने की कोशिश करेंगे।
भारत में पहली बार होगा इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
क्रिकेट मैच में इस तरह की टेक्नोलॉजी की शुरुआत बिग बैश लीग से हुई थी। बिग बैश लीग में बल्लेबाज़ के हेलमेट पर कैमरा पहली बार 2012 में लगाया गया था। जो दर्शकों के द्वारा बहुत पसंद किया गया था। इस तरह के हेलमेट का इस्तेमाल सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी शेन वाटसन ने किया था।
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बिग बैश लीग में इसी तरह की दो और टेक्नोलॉजी की शुरुआत हुई थी। जिसमें एक में अंपायर के कैप में कैमरा लगाया गया था और दूसरे में मैदान पर खड़े खिलाड़ी के साथ माइक भी लगाया गया था, जिससे वह कॉमेंटेटर से बात कर सकें। अंपायर के कैप पर लगे कैमरे की इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल आइपीएल में 2014 में हो चुका है और आइपीएल के प्रसशंको ने इसे खूब पसंद किया था।