....और इनके रूप में सामने आया भारतीय क्रिकेट का भविष्य
आइपीएल का हर सीजन कुछ ऐसे नाम देकर जाता है जो भारतीय क्रिकेट का भविष्य हो सकते हैं। ऐसे ही कुछ नाम इस बार भी सामने आए हैं। ये वो धुरंधर हैं जो स्टार खिलाड़ियों के बीच कहीं न कहीं अपनी चमक बिखेरने में सफल रहे और अब सभी को
नई दिल्ली। आइपीएल का हर सीजन कुछ ऐसे नाम देकर जाता है जो भारतीय क्रिकेट का भविष्य हो सकते हैं। ऐसे ही कुछ नाम इस बार भी सामने आए हैं। ये वो धुरंधर हैं जो पहली बार आइपीएल में खेल रहे थे, फिर भी स्टार खिलाड़ियों के बीच कहीं न कहीं अपनी चमक बिखेरने में सफल रहे। हालांकि इन 5 धुरंधरों में पांचवें नंबर पर जो खिलाड़ी है वो इस फेहरिस्त में स्पेशल एंट्री माना जा सकता है क्योंकि ये उनका तीसरा आइपीएल जरूर है लेकिन इस बार उन्होंने ऐसा धमाल मचाया कि उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
- हार्दिक पांड्या (मुंबई इंडियंस):
मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भी बल्ले और गेंद से कमाल दिखाकर खूब वाहवाही बटोरी। पांड्या ने सात मैचों में एक अर्धशतक की बदौलत 37 की औसत से 111 रन बनाए। इसके अलावा गेंदबाजी में भी गुजरात के 21 वर्षीय युवा ने अपना जलवा दिखाया। सिर्फ छह प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले पांड्या ने एक विकेट भी लिया। वह एक मैच में अपने शानदार क्षेत्ररक्षण और उपयोगी पारी की वजह से मैन ऑफ द मैच भी बने।
- श्रेयस अय्यर (दिल्ली डेयरडेविल्स):
नए कलेवर और नए खिलाडि़यों के साथ मैदान पर उतरी दिल्ली डेयरडेविल्स की किस्मत इस बार भी नहीं बदली। लेकिन कुछ खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। इनमें से एक हैं श्रेयस अय्यर। सिर्फ आठ प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले मुंबई के दायें हाथ के इस 20 वर्षीय बल्लेबाज ने अपने पदार्पण आइपीएल में बल्ले से खूब धमाल मचाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। श्रेयस 14 मैचों में 439 रन बनाकर शीर्ष पांच बल्लेबाजों में शामिल हैं। श्रेयस ने 33.76 की औसत से रन बनाए, इनमें चार अर्धशतक भी शामिल हैं। टूर्नामेंट में 83 रन इनका सर्वोच्च स्कोर रहा।
- सरफराज खान (आरसीबी):
आइपीएल के सबसे युवा खिलाड़ी सरफराज खान भी अपने पहले ही आइपीएल में छाप छोड़ने में सफल रहे। 17 वर्षीय दायें हाथ के बल्लेबाज ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 21 गेंदों पर 45 रन की नाबाद पारी खेलकर सबका दिल जीत लिया। मुंबई के इस बल्लेबाज ने 11 मैचों में 79 रन बनाए। आरसीबी ने सरफराज को 50 लाख रुपये में खरीदा था।
- दीपक हुड्डा (राजस्थान रॉयल्स):
पदार्पण करने वाले हरियाणा के रोहतक जिले के आलराउंडर दीपक हुड्डा भी रंग जमाने में सफल रहे। हालांकि शुरुआती एक-दो मैचों को छोड़कर वह कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन अहम मौकों पर अपनी टीम को जीत दिलाकर वह चर्चा में जरूर रहे। 2014 जूनियर विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे ऑफ स्पिनर हुड्डा गेंद से तो रंग नहीं जमा पाए, लेकिन बल्ले से कमाल दिखाने में सफल रहे। हुड्डा ने 13 मैचों में 17.50 की औसत से 140 रन बनाए। इसमें एक अर्धशतक भी शामिल है। 20 वर्षीय हुड्डा के खाते में एक विकेट भी आया। उन्हें भविष्य का खिलाड़ी बताया जा रहा है।
- युजवेंद्र चहल (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर):
(स्पेशल एंट्री)
यूं तो ये इस 24 वर्षीय स्पिनर का ये तीसरा आइपीएल था लेकिन इस बार जो उन्होंने किया वो लंबे समय तक कोई नहीं भूल सकेगा और इसी वजह से युवाओं की इस लिस्ट में हम उनको नजरअंदाज नहीं कर सकते। अगर बेंगलूर की टीम इस समय प्लेऑफ में मौजूद है तो इसमें इस खिलाड़ी का बड़ा योगदान रहा है। लीग चरण में इस गेंदबाज ने 13 मैचों में 19 विकेट झटके और अब वो टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। अपने पहले आइपीएल सीजन (2013) में उन्हें मुंबई ने खरीदा था लेकिन उस दौरान सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला जबकि दूसरे सीजन में उन्होंने बेंगलूर से खेलते हुए 14 मैचों में 12 विकेट लिए लेकिन इस बार इस खिलाड़ी ने जैसा प्रदर्शन किया है वो आने वाले दिनों में टीम इंडिया में उनके रास्ते खोल सकता है।