दिल्ली में नहीं बनी बात तो गांगुली देंगे सहवाग का साथ, करेंगे कुछ ऐसा
सौरव गांगुली ने कहा है कि वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट में योगदान का सही मूल्यांकन नहीं हुआ है।
नई दिल्ली, भारत सिंह। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग इन दिनों कॉमेंट्री बॉक्स में अपना जलवा दिखा रहे हैं, लेकिन वह कई मायनों में भारत के लिए अनोखे बल्लेबाज रहे हैं। मूल रूप से दिल्ली के खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में पहला तिहरा शतक और वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले खास बल्लेबाज हैं।
क्रिकेट के मैदान की इन खास उपलब्धियों के चलते वीरेंद्र सहवाग का कद अपने आप बड़ा हो जाता है, हालांकि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि डीडीसीए ने आने वाली पीढ़ियों के सामने सहवाग के नाम की मिसाल पेश नहीं की है। दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में सहवाग के नाम पर कोई स्टैंड नहीं है।
हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे और आखिरी वनडे मैच में यह मामला एक बार फिर से उठा, जब ईडन गार्डन में पंकज रॉय, जगमोहन डालमिया और सौरव गांगुली ने नाम पर स्टैंड्स का अनावरण किया गया। मैच के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा करते वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग ने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के इस कदम की सराहना की।
कैब के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि यह क्रिकेट संघों की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने खिलाड़ियों को उचित सम्मान दें। बातों-बातों में सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि फिरोज शाह कोटला में वीरेंद्र सहवाग के नाम का स्टैंड होना चाहिए, अगर डीडीसीए सहवाग को सम्मान नहीं देगा तो किसे देगा! गांगुली ने इसके बाद आश्वासन दिलाया कि अगर फिरोज शाह कोटला के मैदान पर सहवाग का स्टैंड नहीं बनता है तो भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए ईडन गार्डन में उनके नाम का स्टैंड बनाया जाएगा।
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गांगुली ने इसके बाद कैब की आगे की योजना की जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले सालों में और भी पूर्व खिलाड़ियों को इस तरह सम्मानित किया जाएगा। आपको बता दें कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को भी मैच के बीच में सम्मानित किया गया।