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आर. पी. सिंह ने गुजरात की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई : अक्षर पटेल

अक्षर पटेल का कहना है कि आर. पी. सिंह की मौजूदगी से गुजरात को पहला रणजी खिताब जीतने में काफी मदद मिली।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 17 Jan 2017 07:13 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jan 2017 07:22 PM (IST)
आर. पी. सिंह ने गुजरात की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई : अक्षर पटेल
आर. पी. सिंह ने गुजरात की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई : अक्षर पटेल

नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्पिनर अक्षर पटेल का मानना है कि अनुभवी तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह की पिछले दो साल से गुजरात के ड्रेसिंग रूम में मौजूदगी ने टीम को पहला रणजी खिताब दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।

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चेन्नई में भारत व इंग्लैंड के बीच पांचवें टेस्ट में क्षेत्ररक्षण करते हुए कलाई में चोट लगने के बाद आराम कर रहे अक्षर ने कहा- कोच विजय पटेल और कप्तान पार्थिव पटेल के अलावा रद्र भाई के कारण हम इकाई के रूप में खेले। वह ड्रेसिंग रूम में पेशेवरपन लाने और हमेशा युवाओं की मदद के लिए मौजूद रहता था। हमने कभी महसूस नहीं किया कि वह अलग राज्य उत्तर प्रदेश से आए हैं। हालांकि वह पूरे रणजी ट्राफी टूर्नामेंट के दौरान टीम साथियों के साथ यात्रा करते रहे और इंदौर में जीत के जश्न का भी हिस्सा थे, जहां गुजरात ने फाइनल में मुंबई को हराया।

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रुद्रप्रताप की भूमिका पर अक्षर ने कहा- वह सिर्फ पांच मैच खेले लेकिन जब टीम को जरूरत थी तो उन्होंने हमें अहम सफलता दिलाई। हालांकि उन्होंने अधिकांश असर मैदान के बाहर डाला। वह ऐसे गेंदबाज हैं, जो बल्लेबाज के दिमाग को काफी अच्छी तरह समझते हैं और हमने उनसे यही सीखा। वह अपनी जानकारी साझा करने को तैयार रहते हैं और ट्रेनिंग के दौरान खुद खिलाड़ियों की मदद करते हैं, फिर वह चाहे बल्लेबाज हो या गेंदबाज। उनके बिना टीम की प्रगति काफी मुश्किल होती।

अक्षर ने कहा- हमारे सफल रहने का एक बड़ा कारण यह है कि हम अंडर-19 वर्ग से सीनियर वर्ग पर निरंतरता बरकरार रखने में सफल रहे हैं। अधिकांश खिलाड़ी जूनियर क्रिकेट से एक साथ खेल रहे हैं और जब आप एक सीनियर स्तर पर आते हैं तो मदद मिलती है। अपनी चोट के बारे में उन्होंने कहा- इस सप्ताह मेरे हाथ पर लगा प्लास्टर हटा दिया जाएगा, जिसके बाद मैं फिजियोथेरेपी का सहारा लूंगा। मैं मार्च तक गेंद को हाथ नहीं लगा सकता। यह झटका है लेकिन आप अधिक कुछ नहीं कर सकते। मैं अपने पुराने वीडियो देखकर प्रेरित रहने की कोशिश करूंगा लेकिन जब आपको पता है कि आप समूह का हिस्सा हो और फिर भी भारत के लिए नहीं खेल पाना दुखद है।

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