अंपायरिंग नहीं क्रिकेट पर है मेरा ध्यान: बुमराह
कई बार फैसले हमारे पक्ष में जाते हैं तो कई बार दूसरे के पक्ष में। यह क्रिकेट में होता रहता है, हमें मैच के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
विशेष संवाददाता, बेंगलुरु। दूसरे टी-20 मैच के आखिरी ओवर में जो रूट को एलबीडब्ल्यू आउट देने के फैसले के बाद इंग्लिश कप्तान इयान मोर्गन ने खराब अंपायरिंग का उलाहना दिया था। वह इसको लेकर बेहद निराश भी दिखे थे, लेकिन रूट का विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से जब मंगलवार को इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अंपायर के फैसलों पर मेरा टिप्पणी करना ठीक नहीं है। कई बार फैसले हमारे पक्ष में जाते हैं तो कई बार दूसरे के पक्ष में। यह क्रिकेट में होता रहता है, हमें मैच के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
37 साल के आशीष नेहरा के साथ गेंदबाजी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ कई मैच खेले हैं। टी-20 विश्व कप में भी मैं उनके साथ खेला हूं। उन्होंने काफी अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं इसलिए उनकी सलाह काफी फायदेमंद रहती है। निश्चित ही उनके साथ गेंदबाजी करना एक बेहतरीन अनुभव है। डेथ ओवरों में शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंदबाजी करने के सवाल पर इस युवा तेज गेंदबाज ने कहा कि यह विकेट पर निर्भर करता है। नागपुर जैसे बड़े मैदानों में शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंदें बेहतर साबित होती हैं, लेकिन छोटे मैदानों में ऐसा नहीं होता। इससे आपको काफी रन देने पड़ सकते हैं।
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पिछले मैच में खराब क्षेत्ररक्षण पर उन्होंने कहा कि ओस में फील्डिंग करना आसान नहीं होता। मैदान पर बहुत ओस थी। क्षेत्ररक्षण करते समय गेंद उम्मीद से ज्यादा तेज आ रही थी। गेंद गीली होने के कारण ऊंचे कैच लेने में भी दिक्कत होती है। यह होता रहता है, हम इस पर काम कर रहे हैं। अगर क्षेत्ररक्षण की बात की जाए तो हमने वनडे सीरीज में बेहतर किया है। देखते हैं कि अगले मैच में क्या होता है।