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कोच आर्थर ने कहा पाकिस्तान के क्रिकेट में नए युग की शुरुआत

कोच ऑर्थर को कप्तान सरफराज अहमद की तरह उम्मीद है कि इस जीत से देश के क्रिकेट में नए युग की शुरुआत होगी।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Mon, 19 Jun 2017 06:45 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jun 2017 02:39 PM (IST)
कोच आर्थर ने कहा पाकिस्तान के क्रिकेट में नए युग की शुरुआत
कोच आर्थर ने कहा पाकिस्तान के क्रिकेट में नए युग की शुरुआत

विशेष संवाददाता, लंदन। पाकिस्तान के मुख्य कोच मिकी ऑर्थर का मानना है कि पाकिस्तान के लिए यह जीत बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि जिस देश ने शीर्ष अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर लंबे समय से क्रिकेट नहीं खेला है उसके लिए अपने नायकों को पहचानने के लिए चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतना जरूरी था। दक्षिण अफ्रीका से ताल्लुक रखने वाले ऑर्थर को अपने कप्तान सरफराज अहमद की तरह उम्मीद है कि इस जीत से देश के क्रिकेट में नए युग की शुरुआत होगी।

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कोच ने कहा कि मुझे लगता है कि इस जीत का बड़ा असर होगा। मैं यह उम्मीद करता हूं और मुझे यकीन है कि पाकिस्तान काफी खुश होगा, क्योंकि वे इसके हकदार थे। श्रीलंका की टीम बस पर 2009 में हमले के बाद से क्रिकेट खेलने वाले किसी बड़े देश ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। उसे अपने घरेलू मैच देश से बाहर खेलने के लिए बाध्य होना पड़ा है। जिंबाब्वे एकमात्र देश है जिसने दो साल पहले पाकिस्तान का दौरा किया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सितंबर में विश्व एकादश को पाकिस्तान भेजने की संभावना है। ऑर्थर ने कहा कि तीन टी-20 मैचों के लिए सितंबर में विश्व एकादश के पाकिस्तान आने का कार्यक्रम है इसलिए उम्मीद करते हैं कि इससे भविष्य के दौरों का रास्ता साफ होगा। हम सिर्फ उम्मीद कर सकते हैं।

ऑर्थर पांच मौकों पर दक्षिण अफ्रीका के कोच थे जब टीम को आइसीसी की विभिन्न प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह जीत उनके लिए नहीं है। ऑर्थर ने कहा कि निश्चित तौर पर यह मेरे और मेरे करियर के लिए नहीं है। यह उस ड्रेसिंग रूम में 15 अविश्वसनीय खिलाडिय़ों का मामला है, जिन्होंने पिछले एक साल से बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ईमानदारी से कहूं तो इस पर विश्वास नहीं होता। कुछ दिन पहले मैं किसी को बता रहा था कि दक्षिण अफ्रीका के साथ मैं पांच बार सेमीफाइनल में था, लेकिन कभी हमारी टीम फाइनल में नहीं पहुंची। मैं पाकिस्तान के साथ एक बार फाइनल में पहुंचा और ट्रॉफी जीती। यह बेहतरीन है, लेकिन श्रेय खिलाडिय़ों को जाता है। वे बेहतरीन थे और मेरा साथी कोचिंग स्टाफ और प्रबंधन टीम भी शानदार थी।

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