रिकॉर्ड से मुझे नहीं मिलती प्रेरणा: कोहली
भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम भले अभी ही कई रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हों, लेकिन उन्हें इससे कोई प्रेरणा नहीं मिलती।
खेल संवाददाता, कोलकाता। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम भले अभी ही कई रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हों, लेकिन उन्हें इससे कोई प्रेरणा नहीं मिलती।
ईडन में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में विराट ने कहा, 'रिकॉर्ड से मुझे प्रेरणा नहीं मिलती। जब आप बल्लेबाजी की शुरुआत करते हैं तो आप रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोचते। यह आपका ध्यान प्रक्रिया से हटा देता है। हम रैंकिंग की भी चिंता नहीं करते, क्योंकि यह स्थायी नहीं है। अगर हम इससे जुड़े रहेंगे तो दुखी हो जाएंगे। रैंकिंग बदलती हैं। अगर अन्य टीमें अच्छा खेलेंगी तो रैंकिंग बदलेगी। अगर हम इसके बारे में हमेशा सोचते रहेंगे तो इससे हमें मदद नहीं मिलेगी।'
अपनी खराब फॉर्म पर कोहली ने कहा, 'मेरा मानना है कि फॉर्म नाम की कोई चीज नहीं होती। फॉर्म का मतलब है कि आप किसी दिन विशेष कैसा महसूस करते हैं और आपकी मानसिक स्थिति कैसी है। आपको इस बात को स्वीकार करना होगा कि आप हर समय रन नहीं बना सकते। कड़ा परिश्रम करना हमारे हाथ में है, नतीजा नहीं। बल्लेबाजी में सिर्फ एक मौका मिलता है। क्रिकेट मौकों का खेल है।'
विवादास्पद अंपायर निर्णय समीक्षा प्रणाली (यूडीआरएस) पर विराट ने कहा, 'हमने इस पर चर्चा की है। हम निश्चित ही भविष्य में इसे (यूडीआरएस) लागू करने के बारे में सोचेंगे। इसे लेकर बैठक और चर्चाएं हो चुकी हैं। यूडीआरएस ऐसी चीज है जिसके बारे में हम सोचना चाहते हैं।' बीसीसीआइ ने यूडीआरएस का यह कहते हुए विरोध किया है कि यह 'फूल प्रूफ' नहीं है। इसका विरोध करने वाला भारत इकलौता देश है। कोहली ने कहा, 'यह ऐसी बातें हैं जिनके बारे में मैं यहां बैठकर हां या न नहीं कह सकता। लेकिन हमने इन बातों पर चर्चा की है। बैठक में भी इन बातों पर बात होती है, क्योंकि हमारा मानना है कि इसमें कुछ ऐसी बातें हैं जिन पर बहस हो सकती है, खासकर गेंद पर नजर रखने और हॉक आइ पर। लेकिन मेरा मानना है कि इन बातों पर चर्चा होनी चाहिए।'
अभ्यास सत्र के दौरान बातचीत करते दिखे कोहली-गंभीर
दिल्ली के दोनों क्रिकेटर विराट कोहली और गौतम गंभीर गुरुवार को ईडन में इस तरह हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत करते दिखे कि लगा, वे आइपीएल के दौरान हुई बहस को भुलाकर आगे बढ़ चुके हैं। चोटिल सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल की जगह टीम से जुड़ने वाले गंभीर ऋद्धिमान साहा और रविचंद्रन अश्विन के साथ खड़े थे। तभी कोहली तेजी से उनके पास आए और फिर दोनों बातचीत में मशगूल हो गए। पिछले दो वषरें से भारतीय टीम से बाहर रहे गंभीर कोच अनिल कुंबले से भी बातचीत करते दिखे, हालांकि उन्होंने नेट पर लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं की। कप्तान कोहली ने बाद में स्पष्ट किया कि अभ्यास सत्र से कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए। कभी कभार बल्लेबाजी क्रम का पालन करना होता है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि जिन्होंने नेट पर लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं की, वो नहीं खेलेंगे। गंभीर ने शुरू में अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन के साथ क्षेत्ररक्षण का अभ्यास भी किया।