खुश हुए कप्तान कोहली, हार्दिक और केदार की जमकर तारीफ की
कोहली ने कहा कि वह हार्दिक पांड्या और केदार जाधव जैसे खिलाडिय़ों के टीम में होने से खुश हैं जो निचले क्रम की बल्लेबाजी में आक्रामकता लेकर आए हैं।
किंग्सटन (जमैका), प्रेट्र। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह हार्दिक पांड्या और केदार जाधव जैसे खिलाडिय़ों के टीम में होने से खुश हैं जो निचले क्रम की बल्लेबाजी में आक्रामकता लेकर आए हैं।
पांचवें और अंतिम वनडे मैच में भारत ने गुरुवार को यहां वेस्टइंडीज को आठ विकेट से हराकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमाया था। इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 205 रन का मामूली स्कोर बनाया था। शाई होप ने 98 गेंदों पर पांच चौकों के साथ सर्वाधिक 51 रन बनाए। भारत की ओर से मुहम्मद शमी ने 48 रन देकर चार विकेट झटके, जबकि उमेश यादव ने 53 रन देकर तीन विकेट लिए। जवाब में भारत ने 36.5 ओवर में दो विकेट पर 206 रन बनाकर मैच और सीरीज अपने नाम की। भारत की ओर से कोहली ने 115 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों के साथ नाबाद 111 रन बनाए। उनके अलावा दिनेश कार्तिक ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। कार्तिक ने 52 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से नाबाद 50 रन बनाए। इस मैच में पांड्या और जाधव ने एक-एक विकेट झटका था। हालांकि, दोनों को ही बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल सका।
अपेक्षाओं के विपरीत कोहली ने रैंकिंग में नौवें पायदान पर काबिज वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में टीम में कोई प्रयोग नहीं किए। उन्होंने 3-1 से सीरीज जीतने के बाद अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, 'आप किसी भी टीम को हल्के में नहीं ले सकते। आप हार्दिक या केदार को तीसरे या चौथे नंबर पर नहीं उतार सकते हो और न ही शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को नीचे उतार सकते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है और आपको विरोधी टीम का सम्मान करना ही होगा। आपको यह समझना होगा कि टीम के लिए क्या जरूरी है और उस पर अडिग रहना होगा।
कोहली ने कहा, 'हम उन्हें आत्मविश्वास देते रहते हैं और दोनों अपना प्रभाव छोडऩे को बेताब हैं। टीम को इन दोनों खिलाडिय़ों की क्षमताओं पर विश्वास है और हमें खुशी है कि निचले क्रम में हमारे पास दो आक्रामक शैली के बल्लेबाज हैं। कोहली ने तेंदुलकर का लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड तोडऩे के बाद कहा, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सफलता का राज यह है कि आपको गलतियों पर अंकुश लगाना होता है। मैं कई बार एक ही तरीके से आउट हुआ और मुझे यह पसंद नहीं है।