सबसे जुदा और जबरदस्त होगा IPL 2017, आठ शहरों में होगा उद्घाटन
आइपीएल की अधिकतर तैयारी बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी की देखरेख में हुई है।
नई दिल्ली। बुधवार से इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का 10वां संस्करण शुरू होने वाला है, लेकिन पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेट विवादों से जूझ रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसलों और बीसीसीआइ में प्रशासकों की समिति नियुक्त होने के बाद आइपीएल की अधिकतर तैयारी बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी की देखरेख में हुई है। भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग की चुनौतियों, तैयारियों पर उन्होंने अभिषेक त्रिपाठी से बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश.
क्या आइपीएल का 10वां संस्करण पहले से भव्य होगा?
राहुल जौहरी - निश्चित तौर पर इस टूर्नामेंट के 10वां साल होना सभी के लिए खास है। यह मील का पत्थर है। हमने कोशिश की है कि हर चीज साफ सुधरी और परफेक्ट हो। पहले हम आइपीएल के पहले मैच से एक दिन पहले उद्घाटन समारोह करते थे, लेकिन इस बार आठों फ्रेंचाइजी अपने घरेलू मैदान में पहले मैच वाले दिन उद्घाटन समारोह आयोजित करेंगे। यानी आठ उद्घाटन समारोह होंगे। ये साढ़े छह से सात बजे तक होंगे और उसके बाद आठ बजे से मैच खेला जाएगा। यानी आठ शहर के लोगों को उद्घाटन समारोह देखने को मिलेगा। पहली बार हम आइपीएल फैन पार्क को पूर्वोत्तर में ले जा रहे हैं, क्योंकि हम आइपीएल को और बड़ा करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि क्रिकेट सब जगह फैले और क्रिकेट प्रशंसक मजा लें।
इतनी उठापठक और परेशानियों के बीच आइपीएल आयोजित करना कितना कठिन काम है?
राहुल जौहरी - जो माहौल था या है उससे हमें सामंजस्य बैठाकर काम करना होता है। हमारा फोकस टूर्नामेंट का अच्छा आयोजन कराने पर होता है। सीओए का कहना भी है कि क्रिकेट चलता रहना चाहिए। अभी कई सीरीज हुई हमारा फोकस इसी पर रहा।
पहले हैदराबाद सहित कई जगह आइपीएल मैच को लेकर संशय था क्या अब सभी राज्य संघ आपको सपोर्ट कर रहे हैं?
राहुल जौहरी - हमारा काम है मैच कराना, उसके लिए जो भी कदम उठाने थे वह उठाए गए। अभी सभी जगह मैच हो रहे हैं। कोई दिक्कत नहीं है। सीओए भी इसको लेकर पूरी तरह सहयोगात्मक है।
पिछली बार सूखे को लेकर कोर्ट के आदेश के बाद कई आयोजन स्थल बदलने पड़े थे। क्या इस बार इसे ध्यान में रखा गया है?
राहुल जौहरी - ऐसी कोई समस्या इस बार दिखाई नहीं दे रही है।
विवादों के कारण कई आइपीएल फ्रेंचाइजियों ने निराशा जाहिर की थी?
राहुल जौहरी - नहीं, हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। सबसे बड़ी बात ये है कि सब चीजों को आपस में मिलाना नहीं चाहिए। विवाद अलग हैं, जबकि मैच के प्रसारण, स्टेडियम, क्रिकेट प्रशंसकों और टीवी पर देखने वाले दर्शक अलग हैं। उसमें कोई खलल नहीं आया है। हमारी कोशिश है कि विवाद का असर क्रिकेट पर न हो।
विराट, अश्विन जैसे खिलाड़यों के चोटिल होने से क्या इस सत्र की लोकप्रियता में कुछ कमी आएगी?
राहुल जौहरी - हमने कोशिश की है कि जो भी हो, चीजों को पारदर्शी रखा जाए। जो चोटिल हुए उनके बारे में चीजों को हमने सामने रखा। जहां तक विराट की बात है तो अगले सप्ताह उसका चेकअप होगा। हमें उम्मीद है कि वह आगे खेल सकेगा। अगर किसी भारतीय क्रिकेटर को चोट लगती है तो उसकी देखभाल हमारी जिम्मेदारी है। हमने किसी चीज को छुपाया नहीं।
लोढ़ा समिति ने कहा था कि आइपीएल और अन्य टूर्नामेंट में 15 दिन का अंतर होना चाहिए। क्या इससे चोटिल होने वाले खिलाडि़यों की संख्या में कमी लाई जा सकती है?
राहुल जौहरी - अगर किसी को चोट लगी है तो लगी है। इस साल चैंपियंस ट्रॉफी होनी है इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने हमें इस सिफारिश को लेकर एक साल की छूट दी है।
आइपीएल-10 के बाद प्रसारण करार भी खत्म हो जाएगा। नए प्रसारण करार कब होंगे?
राहुल जौहरी - इस पर पहले भी तैयारी हुई थी लेकिन कुछ कारणों से वह आगे नहीं बढ़ सका। हम तैयारी कर रहे हैं। जैसे ही स्थिति साफ होंगी, हम सबको बताएंगे।