डीआरएस विवाद का जल्द से जल्द खत्म होना क्रिकेट के लिए है अच्छा
बेंगलुरु में जबरदस्त संघर्ष के साथ शानदार वापसी करने वाली भारतीय टीम सीरीज के इंटरवल तक ज्यादा अच्छी स्थिति में है।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
मुझे खुशी है कि बेंगलुरु टेस्ट के बाद उठा विवाद दोनों पक्षों की ओर से शांत हो चुका है। अब फिर से ध्यान क्रिकेट पर रहेगा। किसी भी मामले को सुलझाने का यह सबसे आसान तरीका था। चाहे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी नियमित तौर पर डीआरएस पर मदद ले रहे हों या नहीं और विराट कोहली का मैच अधिकारियों से शिकायत करना आसानी से साबित करने वाला था या नहीं। मगर एक बात को रखा गया और अब इससे आगे बढ़ना चाहिए।
2008 में सिडनी के विवाद को मैंने बहुत करीब से देखा था। मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि खेल के लिए यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। इसके नतीजे काफी बुरे थे। हमारे खेल की खूबसूरती स्मिथ को अश्विन की गेंदबाजी का सामना करते देखना या लियोन की स्पिन पर कोहली को बल्लेबाजी करते देखना है। इस पर हम जितनी जल्दी लौटे, उतना अच्छा है।
बेंगलुरु में जबरदस्त संघर्ष के साथ शानदार वापसी करने वाली भारतीय टीम सीरीज के इंटरवल तक ज्यादा अच्छी स्थिति में है। टीम इंडिया ने विपक्षी टीम को जता दिया है कि जब वह अपनी पूरी क्षमता से खेलती है, तो वह बड़े अंतर से मैच जीतने का दम रखती है। दोनों स्पिनरों ने छह विकेट हासिल किए और तेज गेंदबाजों ने भी अपनी भूमिका अच्छे से निभाई।
भारतीय टीम में स्थायित्व के साथ- साथ बदलाव भी दिख रहा है। कप्तान ने इस सीरीज में बहुत ज्यादा रन नहीं बनाए हैं, लेकिन बहुत ज्यादा दिन नहीं बीते हैं, जब उन्होंने दोहरे शतकों की झड़ी लगाई थी। फॉर्म कोई ऐसा स्विच नहीं है, जिसे आसानी से बंद कर दिया जा सके और कोई साहसी व्यक्ति ही यह भविष्यवाणी कर सकता है कि आगामी दो मैचों में कोहली की कोई भूमिका नहीं रहेगी।
ऑस्ट्रेलिया तीन अहम खिलाड़ियों के साथ भारत आया था। वॉर्नर अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह माना जाने लगा है कि एशियाई पिचों पर उनका प्रदर्शन गैर एशियाई पिचों जैसा नहीं रह रहा है। उन्हें जल्द से जल्द फॉर्म में लौटना होगा।
क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
इसके अलावा मिशेल स्टार्क चोटिल होने के बाद घर लौट चुके हैं। यह ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा झटका है क्योंकि वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी मौजूदगी ही टीम के लिए काफी है। नई और पुरानी गेंद से स्विंग और रिवर्स स्विंग कराने में माहिर स्टार्क सच में बड़ा खतरा थे। उनकी गैर मौजूदगी का असर सीरीज के परिणाम पर पड़ सकता है। क्रिकेट के लिहाज से भी स्टार्क अच्छे हैं। आप उन्हें जल्द से जल्द फिट होकर वापसी करने की शुभकामनाएं देंगे। भारत को लहरों के साथ तैरना होगा और ऑस्ट्रेलिया को रांची में कड़ा संघर्ष करना होगा। हमेशा की तरह इस बार भी कौशल से ज्यादा चरित्र की परीक्षा होगी। (पीएमजी)