इसलिए तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया का पलड़ा है पूरी तरह से भारी
भारत का पलड़ा भारी है, इसलिए ऑस्ट्रेलिया को मैच पर पकड़ बनाने के मौके बनाने होंगे।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
मुझे कभी समझ नहीं आता कि आखिर पिच पूरी तरह से किसी की मदद कैसे करती है। शुरुआत में बहुत ही कम लोगों को पता होता है कि पिच का व्यवहार कैसा रहेगा और इस लंबे टेस्ट सीजन में हम ऐसा देख चुके हैं। एक उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर पिच को लेकर चल रही बहस पर उन लोगों की तुलना में कम ध्यान दे रहे होंगे, जो अपने खाली दिनों में हर रोज कुछ न कुछ कह रहे थे। लेकिन अगर उनके दिमाग में भी पिच को लेकर कुछ चल रहा है, तो इससे भारत को कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि जब आप नकारात्मक सोच रहे होते हैं, तो खुद को साबित करने के लिए सबसे छोटे तथ्य का सहारा लेते हैं।
एक टीम अगर मैच में पिच में कोई बुराई ढूंढना चाहेगी तो वो ढूंढ ही लेगी। भले ही सीरीज 1-1 से बराबर दिख रही हो, लेकिन बेंगलुरु जीत के बाद भारत आगे हो गया है। हालांकि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने पास रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया को एक जीत की जरूरत है और भारत को इसे वापस हासिल करने के लिए दो जीत की।
भारतीय टीम अब सेटल भी दिख रही है और तीसरे स्पिनर को टीम में शामिल करने के फैसले पर कुछ पसोपेश हो सकता है। अगर उन्हें लगता है कि इस पिच पर बहुत ज्यादा स्पिन होनी है, तो नंबर छह पर एक बल्लेबाज को रखना ज्यादा अच्छा रहेगा। अगर उन्हें लगता है कि मैदान में उन्हें ज्यादा समय तक फील्डिंग करनी पड़ सकती है, तो तीसरा स्पिनर अच्छा विकल्प रहेगा। लेकिन जब बाकी दस खिलाड़ी पक्के हों तो आप समझ सकते हैं कि टीम कितना अच्छा महसूस कर रही है।
सत्र की शुरुआत से पहले तक भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज कोहली और रहाणे थे। पिछली चार पारियों में कोहली कुछ खास नहीं कर पाए हैं और रहाणो मैच जिताऊ साङोदारी निभाने के बाद सुरक्षित महसूस कर रहे होंगे। मगर इन दो बल्लेबाजों पर मेरी निगाह होगी।
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बेंगलुरु में छह विकेट लेने के बाद अश्विन ज्यादा आत्मविश्वास से भरे होंगे। जब आपका नंबर एक गेंदबाज आत्मविश्वास से भरा होता है, तो टीम के लिए अच्छा रहता है। मगर अन्य भी अच्छा महसूस कर रहे होंगे, क्योंकि उन्होंने भी पिछले मैच में अच्छी गेंदबाजी की। यह कप्तान के लिए अहम है। जब आप अच्छी गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो आप ज्यादा से ज्यादा गेंद फेंकना चाहते हैं और मुझे शक है कि इस समय भारत के चारों गेंदबाज जल्द से जल्द गेंद चाह रहे होंगे। भारत का पलड़ा भारी है, इसलिए ऑस्ट्रेलिया को मैच पर पकड़ बनाने के मौके बनाने होंगे। (पीएमजी)