धौनी ने आते ही लगाया 'मास्टर स्ट्रोक', कंगारुओं को ऐसे दिया जवाब
पहले टेस्ट में हार झेल चुकी टीम इंडिया अब ब्रिस्बेन में बुधवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में नियमित कप्तान धौनी के साथ मैदान पर उतरेगी। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लगातार कई दिनों से गाबा स्टेडियम की तेज व उछाल भरी पिच के बारे में बात करके भारतीय बल्लेबाजों को दबाव
ब्रिस्बेन। पहले टेस्ट में हार झेल चुकी टीम इंडिया अब ब्रिस्बेन में बुधवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में नियमित कप्तान धौनी के साथ मैदान पर उतरेगी। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लगातार कई दिनों से गाबा स्टेडियम की तेज व उछाल भरी पिच के बारे में बात करके भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कैप्टन कूल धौनी ने दूसरे टेस्ट से पहले साफ कर दिया है कि उनकी टीम आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेगी और तेज पिचों से उन्हें व उनकी टीम को डर नहीं लगता।
- तेज पिचों से कोई डर नहींः
ब्रिस्बेन में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए तैयार की गई हरी-भरी तेज व उछाल भरी पिच इस समय चर्चा का विषय बन चुकी है। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज इसके जरिए भारतीय बल्लेबाजों को बैकफुट पर ढकेलने के प्रयास में हैं लेकिन कैप्टन कूल धौनी की मानें तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। धौनी ने कहा, 'हम हाल में दुनिया की तमाम तेज पिचों पर जीत दर्ज कर चुके हैं। चाहे वो डरबन हो, जोहानिसबर्ग हो, पर्थ हो या फिर कोई और पिच। ये युवा खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी चुनौती होगी। पिछली कुछ सीरीज में हम जीत के करीब होकर भी उस तक नहीं पहुंच सके लेकिन मुझे भरोसा है कि समय के साथ युवा खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा और इस टीम में आगे जाने की प्रतिभा और क्षमता भरपूर मौजूद है।'
- जारी रहेगा आक्रामक रवैयाः
कप्तान धौनी ने कहा, 'पहले टेस्ट में टीम का आक्रामक रवैया सही रवैया था। हम लक्ष्य के पीछे गए जो मेरे हिसाब से बहुत अहम था। विराट कोहली और मुरली विजय की साझेदारी तारीफ के काबिल है कि हम लक्ष्य के लिए मिले रनों के बेहद करीब पहुंचने में सफल रहे। दुर्भाग्यवश विजय के आउट होने के बाद हमने जल्दी विकेट गंवा दिए जिसके बाद वापसी करना और खेल ड्रॉ कराना बहुत मुश्किल था। वहां से सिर्फ और सिर्फ जीतना ही लक्ष्य हो सकता था। हमारा रवैया आगे भी यही रहेगा। काफी कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हमारा शीर्ष क्रम और मध्यक्रम किस प्रकार की साझेदारियां खड़ी करता है।'
- अब ठीक हूंः
अपनी चोट और वापसी के बारे में बात करते हुए धौनी ने कहा, 'मुझे इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान चोट लगी थी। मुझे लगा था कि जब मैं खेलूंगा तो ये चोट खुद ठीक हो जाएगी लेकिन स्वदेश लौटने पर जब मैंने चैंपियंस लीग और वनडे मैच खेले तो मुझे अहसास हुआ कि समय के साथ ये गंभीर होती जा रही है। मुझे उस समय महत्वपूर्ण फैसला लेना था क्योंकि ये सीरीज (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) बहुत अहम थी और इसके बाद विश्व कप भी खेलना है जिसके लिए 20-25 दिन का आराम बेहद जरूरी था और ये मेरे लिए फायदेमंद भी साबित हुआ।'
- विराट की तारीफः
धौनी ने विराट की तारीफ भी की। उन्होंने कहा, 'वो एक बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं एक कप्तान के तौर पर भी शानदार रहा है। जब श्रीलंका के खिलाफ भारत में वनडे सीरीज के दौरान उसने कप्तानी की, वहां भी वो शानदार रहा। वो आक्रामक व्यक्तित्व वाला खिलाड़ी है, जो कि मुझसे थोड़ा अलग है लेकिन आप हर कप्तान से एक जैसा होने की उम्मीद तो नहीं कर सकते हैं। मेरे हिसाब से एडिलेड टेस्ट में जो कुछ विराट ने किया वो शानदार था। इंग्लैंड में उसका फॉर्म थोड़ा फीका रहा था लेकिन यहां उसने बढ़िया वापसी की है। जिस अंदाज में उसने तैयारी की और गेंदबाजों का सामना किया, वो गजब का प्रदर्शन था।'