स्विंग नहीं मिलने से परेशान हुआ टीम इंडिया का यह गेंदबाज फिर ऐसे किया कमाल
भुवी ने कहा, यही कारण था कि मैंने अपनी लेंथ में बदलाव किया। मैंने टप्पा ज्यादा आगे नहीं रखा।
लंदन, जेएनएन। इंग्लैंड की मौजूदा परिस्थितियों में सफेद गेंद से तेज गेंदबाजों को बेहतर स्विंग नहीं मिल रही, जिससे स्विंग मास्टर भुवनेश्वर ने यहां अपनी गेंदबाजी की रणनीति में बदलाव किया। भुवी ने इस सीरीज में अब तक तीन मैचों में 22.3 ओवर में 100 रन देकर चार विकेट झटके हैं जिसमें उनका इकॉनमी रेट 4.44 का रहा।
उन्होंने भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद कहा कि यह समझना बहुत मुश्किल हो रहा था कि इंग्लैंड में गेंद स्विंग क्यों नहीं कर रही। इंग्लैंड में आमतौर पर साल के इस समय विकेट इतना कठोर नहीं होता। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान और इसके अगले साल टेस्ट सीरीज के दौरान विकेट मुलायम था।
हालांकि इतना मुलायम नहीं था कि इससे बल्लेबाजों को परेशानी हो, लेकिन उस समय यहां काफी स्विंग मिली थी। हालांकि मैं नहीं जानता कि यही कारण था या फिर गेंद की वजह से ऐसा था, लेकिन सब इसे देख रहे हैं कि गेंदबाजों के लिए इस बार स्विंग हासिल करना काफी मुश्किल हो रहा है। यही कारण था कि मैंने अपनी लेंथ में बदलाव किया। मैंने टप्पा ज्यादा आगे नहीं रखा।