भारत-ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के झगड़े का IPL पर असर नहीं: मैक्सवेल
पंजाब के कप्तान मैक्सवेल ने कहा है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई विवादास्पद सीरीज का आइपीएल पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इंदौर, किरण वाईकर। पंजाब के कप्तान ग्लेन मैक्सवेल ने शुक्रवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई विवादास्पद सीरीज की कड़वाहट का आइपीएल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उनके अनुसार भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज पुरानी बात हो गई और अब खिलाड़ी उसे भुलाकर इस लीग पर एकजुट होकर ध्यान केंद्रित करेंगे।
पंजाब शनिवार को आइपीएल 10 में पुणे के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा। इस मैच की पूर्वसंध्या पर मीडिया से चर्चा के दौरान मैक्सवेल ने कहा, भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के विवाद अब पुरानी बात हो चुकी है। हमने भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को टीम में शामिल किया। उनके साथ कुछ अभ्यास मैचों में माहौल बहुत अच्छा रहा। इसके अलावा हमारी टीम में भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा शामिल है, वे बहुत अच्छे खिलाड़ी है और हमारी टीम के अंदर माहौल बहुत अच्छा है। मुझे नहीं लगता कि पिछली टेस्ट सीरीज का इस लीग पर कोई असर पड़ेगा।
मैक्सवेल ने कहा, वर्तमान में क्रिकेट काफी हो रहा है और खिलाडि़यों को हर सीरीज की समाप्ति पर उससे जुड़ी बातों को भुलाकर आगे बढ़ना होता है और नए लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना होता है। आइपीएल में भी सभी खिलाड़ी पिछली बातों को दरकिनार कर मैदान पर खेलेंगे।
'स्टीव स्मिथ को रोकना पंजाब के लिए बड़ी चुनौती'
ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि आइपीएल 10 के तहत शनिवार को पुणे के मैच में स्टीव स्मिथ को रोकना उनकी टीम के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।
मैक्सवेल ने कहा, स्मिथ इस सत्र में जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे हैं और उनका यह सिलसिला आइपीएल में भी जारी है। हम तो चाहेंगे कि वे इस मैच में फेल हो जाए। हमारे लिए उन्हें रोकना बहुत बड़ी चुनौती होगी। हम उन्हें तथा पुणे के अन्य प्रमुख बल्लेबाजों को सस्ते में समेटना चाहेंगे।
200 से ज्यादा का स्कोर बनाना होगा
मैक्सवेल ने स्वीकारा कि होलकर स्टेडियम का मैदान देश के अन्य स्टेडियमों की तुलना में छोटा है और उन्हें लगता है कि यहां खूब रन बनेंगे। उन्होंने कहा, मैं चाहूंगा कि हमारी टीम पहले मैच में 200 से ज्यादा का स्कोर बनाए। वैसे भी बल्लेबाजी हमारी टीम का मजबूत पहलू है, लेकिन मुझे अपने गेंदबाजों की काबिलियत पर भी पूरा भरोसा है। ईशांत शर्मा के जुड़ने से टीम का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है। मोहित शर्मा भी अनुभवी है और युवा संदीप शर्मा और अक्षर पटेल भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
मैक्सवेल ने स्वीकारा कि भले ही उन्हें कप्तानी का ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन वे यह जिम्मेदारी संभालने के लिए बेताब है। उन्होंने कहा, मैं चुनौतियों से घबराता नहीं हूं और अब इस दायित्व को भी निभाना चाहता हूं। वीरेंद्र सहवाग एक महान खिलाड़ी है और उनकी उपस्थिति से मुझे प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा, टीम का कागज पर मजबूत होना और मैदान में उस काबिलियत को क्रियान्वित कर पाना अलग बात होती है। आइपीएल बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें आपको लय बनाए रखना होती है। हम चाहेंगे कि इस बार टीम बेहतर प्रदर्शन करे। टीम के लगातार कई कप्तान बदले जाने के बारे में उन्होंने कहा, इससे कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता है। हमारे युवा खिलाड़ी भी बहुत क्षमतावान है और उन्हें सभी तरह की परिस्थितियों में खेलने का अनुभव है।