नहीं रहीं छत्तीसगढ़ की स्वर कोकिला
छत्तीसगढ़ की लता मंगेशकर कहलाने वाली लोक गायिका किस्मत बाई देवार का गुरुवार सुबह कोरबा में निधन हो गया। वे 25 अगस्त से कोरबा जिला अस्पताल में भर्ती थीं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की लता मंगेशकर कहलाने वाली लोक गायिका किस्मत बाई देवार का गुरुवार सुबह कोरबा में निधन हो गया। वे 25 अगस्त से कोरबा जिला अस्पताल में भर्ती थीं। आर्थिक तंगी और बीमारी से जूझती कलाकार को मदद की पहल शुरू हुई ही थी कि उन्होंने दुनिया छोड़ दी।
गले में लकवा
किस्मत बाई ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। छत्तीसगढ़ी लोकगीतों को सेंट्रल इंडिया और उसके बाहर भी पहचान दिलाने वाली किस्मत की किस्मत ऐसी रही कि उनके गले को ही लकवा मार गया।
इस वजह से लंबे समय से उनका गाना बंद था। उनकी बेटी जीया रानी भी लोक गायिका हैं।
दुर्ग की रहने वाली किस्मत अपनी बेटी के यहां ही रह रही थीं। उनका शव दुर्ग भेज दिया गया है। वहीं अंतिम संस्कार होगा।
मदद नहीं मिल सकी
किस्मत बाई के अस्पताल में भर्ती होने की खबरें अखबारों में आने के बाद संसदीय सचिव लखनलाल देवांगन ने विधायक मद से 25 हजार रुपए देने की घोषणा की थी। वह राशि मिल भी नहीं पाई थी। उधर स्थानीय कलाकारों ने भी मदद की पहल शुरू कर दी थी।