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आईएएस बीएल अग्रवाल के पांच ठिकानों पर सीबीआई के छापे

उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आईएएस बीएल अग्रवाल के पांच ठिकानों पर शनिवार रात को सीबीआई भिलाई की टीम ने छापा मारा।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 02:52 AM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 03:08 AM (IST)
आईएएस बीएल अग्रवाल के पांच ठिकानों पर सीबीआई के छापे
आईएएस बीएल अग्रवाल के पांच ठिकानों पर सीबीआई के छापे

रायपुर, ब्यूरो। उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आईएएस बीएल अग्रवाल के पांच ठिकानों पर शनिवार रात को सीबीआई भिलाई की टीम ने छापा मारा। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक सात साल पहले आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान अग्रवाल ने अपने लॉकर को भाई का बता दिया था। इस मामले को आयकर विभाग ने सीबीआई को जांच के लिए भेजा दिया था।

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सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक अग्रवाल हवाला कारोबारी के मार्फत मामले को रफा-दफा कराने की कोशिश में लगे थे। सीबीआई की टीम ने शनिवार रात को ही यहां के एक सराफा कारोबारी के ठिकाने पर दबिश दी। चर्चा यह रही कि छापामार कार्रवाई झांसी के भी एक सराफा कारोबारी पर भी हुई है। आईएएस और दोनों सराफा कारोबारियों के कनेक्शन की भी चर्चा होती रही।
सीबीआई के अधिकारी आईपीएस पंकज रस्तोगी के नेतृृत्व में यहां अग्रवाल के देवेंद्रनगर के सरकारी बंगले और रामसागरपारा के आवास में छापा मारा गया। इस कार्रवाई के लिए सीबीआई के चार अधिकारी दिल्ली से आए हैं। एक टीम भिलाई-3 के ठिकाने पर भेजी गई। इसके अलावा अधिकारियों ने बताया कि अग्रवाल का हैदराबाद और दिल्ली में भी ठिकाना है, वहां भी एक-एक टीम छापा मारने पहुंची है।

सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक वषर्ष 2010 में आयकर विभाग ने बीएल अग्रवाल के ठिकानों तथा बैंक लॉकरों की जांच की थी। इस छापे में 253 करा़े$ड की संपत्ति तथा 220 बैंक बैंक खाते मिलने की बात सामने आई थी। उस वक्त अग्रवाल ने लॉकरों को भाई का होना बताया था। लॉकर से ब़$डी राशि और जेवर बरामद हुए थे, इसलिए आयकर विभाग ने सीबीआई को यह मामला सौंप दिया था। अग्रवाल इसी मामले में सीबीआई से समझौता करने की कोशिश कर रहे थे। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक छत्तीसग़ढ सराफा एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सुनील सोनी के यहां सदरबाजार और झांसी के सराफा कारोबारी सोनू पांडेय के ठिकानों पर भी दबिश दी गई है।अधिकारियों के मुताबिक नोटबंदी के दौरान दोनों कारोबारियों ने ब़डी मात्रा में पुराने नोट लेकर कमीशन में सोने के बिस्कुट बेचे।
दो और मामलों में चर्चा में रहे अग्रवाल
आईएएस अग्रवाल दो और मामलों में चर्चा में रहे। नवंबर 2008 में भी आयकर विभाग ने उनके यहां छापा मारा था। तब, उनके बेटे के नाम 85 लाख रुपए का बीमा होने का खुलासा हुआ था। जांच में यह भी सामने आया कि अग्रवाल ने खरोरा में 220 लोगों को अकाउंट होल्डर बनवा दिया था। सारे खातेधारकों के पास परमानेंट खाता नम्बर है। ये सारे लोग अग्रवाल एंड कंपनी में शेयर होल्डर हैं। इन कंपनियों को आईएएस के भाई अशोक व पवन अग्रवाल चलाते हैं। इस कार्रवाई के बाद सरकार ने आईएएस अग्रवाल को निलंबित कर प्रमोशन भी रोक दिया था। अग्रवाल ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। आयकर विभाग ने हाईकोर्ट में सफाई दी थी कि अग्रवाल के यहां से करा़ेडों नहीं, केवल 7.73 लाख रुपए मिले थे। आयकर विभाग ने पहले ही मामला आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया था। अपराध दर्ज होने से पहले अग्रवाल बरी हो गए।

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