पंचायतों के उपचुनाव के परिणामों की घोषणा 30 दिसंबर को
नगर निगम भिलाई-चरोदा और सारंगढ़ पालिका और 24 पंचायतों के उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। परिणामों की घोषणा 30 दिसंबर को की जाएगी।
रायपुर/ सारंगढ़/ भिलाई। नगर निगम भिलाई-चरोदा और सारंगढ़ पालिका और 24 पंचायतों के उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। इनमें से भिलाई में 68.99 प्रतिशत और सारंगढ़ में 81 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। परिणामों की घोषणा 30 दिसंबर को की जाएगी।
भिलाई-चरोदा में पहली बार नगर निगम का चुनाव हो रहा है। मतदाताओं में इसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। शाम 5 बजे के बाद भी लोगों मतदान के लिए लाइन में खड़े रहे। 82 हजार मतदाताओं में से 68.99 फीसदी लोगों ने महापौर के साथ ही 40 वार्ड पार्षद चुनने मतदान किया। इनमें 69.21 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने तथा 68.76 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया।
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शहर सरकार चुनने के लिए वोटिंगउधर नगर पंचायत के बाद नगर पालिका बनने के बाद सारंगढ़ में मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुए। नपा के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस, बीजेपी व निर्दलीय मिलाकर 9 प्रत्याशी थे, वहीं पार्षद पद के लिए 63 प्रत्याशी मैदान पर थे। 18 हजार 956 मतदाताओं में से लगभग 81.5 फीसद लोगों ने शहर सरकार चुनने के लिए वोटिंग की। मतदान के दिन कहीं भी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई। वहीं पंचायतों में रिक्त 24 पदों के लिए उपचुनाव में 77.34 फीसदी वोटिंग हुई।
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नोक-झोंक के बीच शांति से मतदान साड़ी-शराब बांटने की हुई शिकायतचरौदा नगरनिगम के लिए पहले चुनाव में 20 वार्डों में कम, 11 में औसत और सिर्फ 9 वार्डों में अच्छा मतदान हुआ। यहां पहली बार ईवीएम से वोटिंग हुई। मेयर व पार्षद प्रत्याशी का नाम एक ही ईवीएम में होने की वजह से मतदाता कंफ्यूज हुए। लोगों की शिकायत रही कि, मेयर के लिए बटन दबाने के बाद बीप की आवाज नहीं आई। जब दूसरी बार पार्षद प्रत्याशी के लिए बटन दबाया तब आवाज आई। इसे लेकर पार्षद प्रत्याशियों ने कंप्लेन भी दर्ज कराई। उधर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है कि भाजपा के मंत्रियों-कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दौरान मतदाताओं के बीच साड़ियां, नगद व शराब बांटी है।
मतदाताओं को भारी परेशानी हुई
मतदान कुछ हल्की-फुल्की झड़पों को छोड़कर शांतिपूर्ण रहा। दिनभर में निगम के 40 वार्डों के 68.99 फीसदी लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान करने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक रही। मतदान को लेकर सुबह से ही लोगों में भारी उत्साह रहा। सुबह 8 बजने के पहले ही मतदाताओं की कतार मतदान केंद्रों के सामने लगने लगी थी। सुबह मोरिद, सोमनी, गनियारी, भिलाई-3 समेत सभी वार्डों के मतदान केंद्रों के सामने ड्यूटी जाने वाले पुरुष सामने आए। वे मतदान कर अपने काम पर चले गए। इसकी वजह से मतदान केंद्रों में सुबह पुरुषों की भीड़ ज्यादा रही। घर का काम निबटाने के बाद गृहणियां घरों से बाहर निकलीं। सुबह 11 बजे के बाद मतदान केंद्रों में महिलाओं की कतारें लगने लगीं। ईवीएम मशीन में महापौर और पार्षद दोनों के नाम और चुनाव चिन्ह एक ही क्रम में रखे गए थे। इसकी वजह से अधिकांश मतदाताओं को भारी परेशानी हुई। वे एक बार बटन दबने के बाद बीप की आवाज सुनाई नहीं देने पर पीठासीन अधिकारी से पूछते रहे। वहीं कई लोगों ने ईवीएम में पहले महापौर और फिर बाद में क्रमश: नीचे आकर पार्षद के लिए वोट डाला। निर्वाचन आयोग ने 14 वार्डों में सिंगल ईवीएम और 26 वार्डों में डबल ईवीएम लगाया था।
गोद में लेकर आए बुजुर्ग महिला को
उरला में 90 वर्षीय महिला मानिक बाई को उसके परिजन गोद में उठाकर मतदान कराने को लेकर आए। घर से उसे पहले मोटर साइकिल में लाया गया, इसके बाद उन्हें उठाकर मतदान केंद्र लेकर आए। यहां आधार कार्ड देखने के बाद मतदान कराया गया।
युवा मतदाताओं में रहा जोश
2013 विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं की संख्या की तुलना में नगर निगम के चुनाव में करीब 1500 मतदाता अधिक रहे। पहली बार वोट डालने वालों में मतदान को लेकर काफी उत्साह रहा। इसमें युवतियों और युवकों की संख्या अधिक थी। युवाओं ने वोट डालने के बाद अपने बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में लगी स्याही दिखाते हुए बाहर निकले।
रायपुर-भिलाई के नेता भी पहुंचे
दोपहर बाद रायपुर और भिलाई से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और निगम मंडलों में पदस्थ सदस्य मतदान केंद्र पहुंचे। यहां वे अपनी पार्टी के प्रत्याशियों का फीडबैक भी लेते रहे। इसके अलावा जिन्हें वे जानते थे, उनसे वे अपने पक्ष के प्रत्याशियों के लिए मतदान करने का आग्रह भी करते रहे।
मतदान केंद्र को लेकर भ्रम
शांति नगर के कई मतदाताओं का नाम महामाया पारा वार्ड में चला गया था तो कई वसुंधरा नगर के कई मतदाताओं के नाम शांतिनगर वार्ड में आया। वहीं मतदाता पर्ची में भाग संख्या गलत प्रिंट होने की वजह से कई मतदाताओं को भारी परेशानी हुई। पीठासीन अधिकारी से उनकी गर्मागर्म बहस भी हुई। इस गलफत में कुछ महिला मतदाताओं की उंगलियों में स्याही लगाई दी गई। बाद में कहा गया कि उनका नाम यहां नहीं है।
गर्ल्स स्कूल के सामने हंगामा
दिन चढ़ने के साथ लोगों की भीड़ मतदान केंद्रों में उमड़ने लगी। इसी समय दोनों ही पार्टियों के नेता पहुंचे। वहां मतदाताओं को अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान करने का आग्रह करने लगे। दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ी की गर्ल्स स्कूल में हंगामा हो गया।
दिनभर एलआईबी रही सक्रिय
लोकल इंटेलीजेंस ब्यूरो के सदस्य दिनभर घंटे वार मतदान के प्रतिशत, लोगों के रुझान समेत अन्य चीजों की जानकारियां एकत्रित करते रहे। इसकी हर पल की रिपोर्ट वे अपने आला अधिकारियों को भेजते रहे। शाम तक उनका यह क्रम चलता रहा।
सारंगढ़ नगर पालिका में शांतिपूर्ण रहा मतदान
नगर पंचायत के बाद नगर पालिका बने निकाय का पहला चुनाव मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। नपा के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस, बीजेपी व निर्दलीय मिलाकर 9 प्रत्याशी थे। वहीं पार्षद पद के लिए 63 प्रत्याशी मैदान में थे। 18 हजार 956 मतदाताओं में से लगभग 81.5 फीसदी लोगों ने शहर सरकार चुनने के लिए वोटिंग की। मतदान के दिन कहीं भी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई। उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका महोबिया ने बताया कि शुरुआत में दो बूथों पर मशीनों में दिक्कत हुई थी, जिसे तत्काल सुधार दिया गया। मतदान समय पर पूरा हुआ। एडिशनल एसपी यूबीएस चौहान ने कहा कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। कुछ स्थानों में मामूली विवाद हुए लेकिन अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई। मतगणना 30 दिसंबर को होगी।