'उज्जवला' में मिला 5 हजार महिलाओं को नया गैस कनेक्शन
केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं सीएम डाॅ. रमन सिंह ने शनिवार को राजधानी के साइंस काॅलेज मैदान पर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का आगाज किया।
रायपुर। केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं सीएम डाॅ. रमन सिंह ने शनिवार को राजधानी के साइंस काॅलेज मैदान पर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का आगाज किया। प्रधान ने एेेलान किया कि दूरस्थ क्षेत्रों में सहकारी समितियों के जरिए 50 नए गैस वितरण केंद्र खोले जाएंगे। इस प्रोग्राम में शामिल होने आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं, मंत्रियों और लोगों की गाड़ियों से शहर में जाम लग गया।
कोरबा, जांजगीर एवं तिल्दा में नए रीफिलिंग सेंटर तथा रायपुर एवं कोरबा में नए बाॅटलिंग प्लांट खोले जाएंगे। राज्य सरकार ने भी गांव की महिलाओं को रसोई गैस के इस्तेमाल के लिये प्रशिक्षित करने हर गांव एवं वार्ड में माॅडल किचन बनाने की घोषणा की। रसोई गैस सिलेंडर, चूल्हा एवं रेग्युलेटर के इस्तेमाल एवं रखरखाव की जानकारी देने वाले ट्रेनर भी रखे जाएंगे। इस अवसर पर सीएम डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि देश के गरीब तबके की महिलाओं को ईंधन के लिये लकड़ी एकत्रित करने के लिये दूर-दूर तक जंगलों में जाने एवं धुएं से होने वाली श्वसन संबंधी बीमारी से मुक्ति मिलेगी। प्रदेश में आगामी दो वर्षों में 25 लाख परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करने से जंगलों को बचाकर प्रदेश को हरा-भरा बनाने में मदद मिलेगी। 12 करोड़ पेड़ कटने से बच जाएंगे। इस अवसर पर सीएम डाॅ. सिंह एवं पेट्रोलियम राज्य मंत्री प्रधान ने जमुना बाई निषाद और सहोदरा बाई निषाद सहित 15 महिलाओं को रसोई गैस सिलेंडर व चूल्हा देकर प्रदेश में इस योजना का आगाज किया। मौके पर खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले, सांसद रमेश बैस, मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत कई नेता मौजूद और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।
साइंस कॉलेज मैदान में कार्यक्रम स्थल में शामिल होने प्रदेशभर से कार्यकर्ता और आम लोग सुबह से पहुंचने लगे। टाटीबंध से आमानाका तक करीब दो किमी तक गाडि़यों की लंबी कतार लग गई। इस बीच ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई। लोगों को घंटों ट्रैफिक की समस्या से दो-चार होना पड़ा। इसके चलते शहरवासियों की दिक्कतें बढ़ गई। लोग अपनी मंजिल तक पहुंचने के दौरान कई घंटे जाम में फंसे रहे। सुबह के वक्त स्कूली बच्चे और कामकाजी लाेग लंबे वक्त तक जाम में फंसे रहे।