नक्सल क्षेत्रों में खुलेंगे नए कैम्प, संयुक्त आपरेशन छिड़ेगा जल्द
बीजापुर व सुकमा जिले में सीआरपीएफ की तीन नयी कंपनियां तैनात की जाएंगी। इसके पहले नक्सल प्रभावित इलाकों तथा फोर्स के प्लेसमेंट को लेकर सर्वे किया जा चुका है। नए कैम्प बनने से नक्सलियों पर काफी दबाव बनने की बात कही जा रही है।
रायपुर, जगदलपुर। बीजापुर व सुकमा जिले में सीआरपीएफ की तीन नयी कंपनियां तैनात की जाएंगी। इसके पहले नक्सल प्रभावित इलाकों तथा फोर्स के प्लेसमेंट को लेकर सर्वे किया जा चुका है। नए कैम्प बनने से नक्सलियों पर काफी दबाव बनने की बात कही जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ की तीन और कंपनियां सुकमा व बीजापुर के अंदरूनी इलाकों में तैनात की जानी है। वहीं इनके साथ सपोर्टिंग के लिए एसटीएफ व जिला बल के जवान भी तैनात रहेंगे।
गौरतलब है कि बस्तर में सीआरपीएफ की 40 से अधिक बटालियन पहले से ही तैनात है।
सुकमा व बीजापुर के ऐसे इलाके जो पहुंच विहीन क्षेत्रों में एक माह के भीतर ही नए कैम्प खोले जाएंगे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बारिश के दौरान आंध्र, ओडिशा व महाराष्ट्र के सीमा क्षेत्र से लगे इलाकों में ज्वाइंट आपरेशन चलाए जाने की तैयारी चल रही है। आंध्र की ग्रेहांउडस फोर्स,ओडिसा एसटीएफ तथा जिला बल द्वारा संयुक्त रूप से मानसून आने के साथ ही नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाने की तैयारी में है। इसके लिए समन्वय बैठक भी हाल में ही राजधानी में आयोजित की गई थी। बैठक में समन्वय के साथ आपरेशन चलाए जाने पर सहमति जताई गई है।
बरसात में बदली रणनीति
गरमी के बाद बरसात में आमतौर पर नक्सल विरोधी अभियान की गति धीमी हो जाती है। बरसाती नदी नालों में बाढ़ के चलते भी पुलिस को अंदरूनी इलाकों तक पहुंचने में परेशानी होती है। वहीं नक्सली भी इस समय का उपयोग अपना ठिकाना बदलने में करते हैं। नयी रणनीति के तहत पुलिस बारिश के दिनों में भी सर्चिंग जारी रखेगी। इसके लिए पर्याप्त तैयारियां की जा रही हैं। आंध्र,ओडिशा व महाराष्ट्र पुलिस भी सीमावर्ती इलाकों में सर्चिंग करेगी ताकि नक्सली भागने में सफल नहीं हो सकें।
एसआरपी कल्लूरी, आईजी बस्तर ने बताया कि सीआरपीएफ की तीन कंपनियां तैनात किए जाने स्वीकृति मिली है। इनका प्लेसमेंट सुकमा व बीजापुर जिलों में आवश्यकतानुसार किया जाएगा।
मारे गये माओवादियों को ग्रेहाउण्ड ले गई तेलंगाना
तीनों मृत नक्सलियों की हुई शिनाख्ती
बीजापुर। शुक्रवार को जिले के लंकापल्ली में ग्रेहाउण्ड्स और डीआरजी की संयुक्त कार्यवाही में मारे गये तीनों नक्सलियों के शवों को ग्रेहाउण्ड्स हेलीकाप्टर से तेलंगाना के भद्राचलम ले गई है जहां तीनों नक्सलियों की शिनाख्त कर ली गई है। बताया जा रहा है कि मारे गये नक्सलियों में एक ऐसा नक्सली भी शामिल था जो सात माह पूर्व तक हैदराबाद की सेंट्रल यूनिवर्सिटी का छात्र था।
जिले के उसूर थाना क्षेत्र के लंकापल्ली के जंगलों में शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पुलिस और तेलंगाना की ग्रेहाउण्ड्स के ज्वाइंट आपरेशन में जवानों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया था। साथ ही, पांच हथियार भी बरामद किए गए थे। शनिवार को दोपहर करीब दो बजे ग्रेहाउण्ड्स की टीम तीनों नक्सलियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भद्राचलम ले गई।
पुलिस इस मुठभेड़ को बड़ी सफलता मान रही है और बताया जा रहा है कि इस घटना में अन्य नक्सली भी मारे गये हैं जिन्हें नक्सली ले जाने में कामयाब रहे।
मारे गए नक्सलियों की शिनाख्ती देवी उर्फ कमला निवासी तर्रेम पीएस बासागुड़ा बीजापुर सदस्य गुण्डाला एरिया कमेटी, कुराम जोगी उर्फ सोनी निवासी लंकापल्ली व माओवादियों के तेलंगाना स्टेट कमेटी केकेडब्लू [करीमनगर खम्मम वारंगल] में सक्रिय कम्प्यूटर आपरेटर विवेक उर्फ रघु के रूप में की गई है। तेलंगाना के माओवादी नेता जगन द्वारा जारी किए गए स्टेटमेंट में नक्सलियों ने इस बात का खुलासा किया है कि इस घटना में मारे गये नक्सलियों में से विवेक सात माह पूर्व हैदराबाद यूनिवर्सिटी का छात्र था जहां वह एलएलबी अंतिम वषर्ष में अध्ययनरत था। उसने छात्र जीवन त्यागकर नक्सलपंथ को अपनाया लिया था।