कांग्रेस को हराने वाले 107 नेताओं के खिलाफ आरोप
रायपुर [ब्यूरो]। हाल में हुए छत्तीसगढ़ के जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस पक्ष के लोगों द्वारा चुनाव
रायपुर [ब्यूरो]। हाल में हुए छत्तीसगढ़ के जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस पक्ष के लोगों द्वारा चुनाव में गड़बड़ी और पार्टी विरोधी गतिविधियां संचालित करने के मामलों की जांच के लिए बनी कंवर कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है।
बताया गया है कि प्रदेशभर में 107 नेताओं के खिलाफ शिकायतें पाई गई हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके विधायक पुत्र अमित जोगी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे, प्रदीप चौबे, बस्तर के विधायक दीपक बैज, जनकराम वर्मा, लखेश्वर बघेल और प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री राजेश तिवारी के नाम शामिल हैं। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के सामने आने और कार्रवाई के बाद गुटों में बंटी प्रदेश कांग्रेस की गुटीय राजनीति और गरमा सकती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक बोधराम कंवर के नेतृत्व में बनी इस जांच कमेटी ने सोमवार को पीसीसी को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इससे पहले पहले इस समिति ने राज्य के पांच संभागों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर बस्तर और सरगुजा का दौरा किया था। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटियों और जिला पंचायत चुनाव लड़ने-जीतने और हारने वाले से बात की गई थी। कंवर समिति के कुल 107 नेताओं के खिलाफ शिकायतें मिली हैं। पीसीसी को इस बारे में रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद माना जा रहा है कि यह मामला पार्टी की अनुशासन समिति के पास जाएगा। समिति इस मामले में आगे की कार्रवाई तय करेगी। विधायक बोधराम कंवर की अध्यक्षता वाली इस समिति में पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, पूर्व मेयर किरणमयी नायक, पीआर खुंटे, बालकृष्ण पाठक, शिवसिंह ठाकुर आदि शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि गैरदलीय आधार पर हुए जिला पंचायतों के चुनाव में कई जिलों में कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीतकर आए थे। इस आधार पर माना जा रहा था कि कई जिलों में कांग्रेस पक्ष के लोग जिला पंचायत अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन जब चुनाव हुए तो पासा पलट गया।
जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के ही नेताओं ने गुटीय राजनीति या अन्य कारणों से अपने पक्ष के लोगों की हार तय करवा दी। इसका सीधा लाभ राज्य की सत्ताधारी भाजपा को मिला। नवगठित बलौदाबाजार जिले में कांग्रेस पक्ष का बहुमत था, लेकिन यहां पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह दुर्ग में कांग्रेस समर्थित महिला भाजपा की ओर से दावेदार बनकर जीती। बस्तर, बिलासपुर और सरगुजा में भी इसी तरह की कई गड़बड़ियों ने कांग्रेस की जीत की संभावनाओं पर पानी फेर दिया।
कंवर कमेटी ने पांच संभागों का दौरा कर सभी संबंधित पक्षों से उनकी शिकायतें सुनीं और इस बारे में समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंप दी है। इस मामले में आगे की कार्रवाई बाद में तय की जाएगी-किरणमयी नायक, सदस्य जांच समिति।