कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश बंद रहा
रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में विधानसभा का घेराव करने निकले कांग्रेसी नेताओं पर हुए लाठीचार्ज के विर
रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में विधानसभा का घेराव करने निकले कांग्रेसी नेताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को कांग्रेसियों ने प्रदेश बंद कराया। राजधानी रायपुर सहित भिलाई, राजनांदगांव, धमतरी, कोरबा, महासमुंद सहित आदिवासी क्षेत्र बस्तर और सरगुजा में बंद का असर देखने को मिला। रायपुर में कांग्रेस के आह्वान पर दुकान, मॉल, होटल व बाजार बंद रहे। वहीं, दवा दुकान, स्कूल और आवश्यक सेवाएं प्रभावित नहीं हुई। भनपुरी में झाबक पेट्रोल पंप में तोड़फोड़, पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने बलवा का मामला दर्ज किया है। पंडरी कपड़ा मार्केट में दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा। कांग्रेस के बंद को चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया।
नान डायरी के नाम सार्वजनिक करने और किसानों के मुद्दे को लेकर 16 मार्च को कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव किया था। इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। इसके विरोध में बुधवार सुबह राजधानी में कांग्रेसी दर्जनों गा़ि़डयों और मोटरसाइकिल में सवार होकर बंद कराने निकले।
जयस्तंभ चौक पर कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का पुतला जलाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच जमकर जोर-आजमाइश हुई पर पुलिस पुतला छीनने में कामयाब हो गई। गोलबाजार और मौदहापारा में भी विवाद स्थिति बन गई थी, लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के कारण मामला शांत हो गया। बलौदाबाजार जिला मुख्यालय समेत भाटापारा, लवन, कसडोल, बिलाईगढ़, सिमगा, भैंसा, भटगांव, संडीबंगला में दुकानें बंद थीं। गरियाबंद जिले में भी काफी असर रहा। मैनपुर, देवभोग बंद रहा। शहर की गुमटियां, पान ठेले, होटल, पेट्रोल पंप सहित सभी बडे़ व्यापारिक संस्थान बंद रहे। कांग्रेसियों ने घूम-घूमकर बंद कराया। धमतरी में मिलाजुला असर देखा गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने छत्ताीसगढ़ महाबंद की व्यापक सफलता का श्रेय किसान, मजदूर व्यापारी एकता के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सक्रियता को दिया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्ताीसगढ़ की सड़कों पर कांग्रेस ने गुंडागर्दी कर लोगों की दुकानों को बंद कराने का असफल प्रयास किया, जिसकी सर्वथा निंदा की जानी चाहिए।
लाठीचार्ज पर उच्च स्तरीय जांच की मांग, विपक्ष का बहिगर्मन
रायपुर [ब्यूरो]। कांग्रेस कार्यकताओं, किसानों, मजदूरों और महिलाओं पर लाठीचार्ज का मामला बुधवार को विधानसभा में उठा। मुख्य विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने इस मामले में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा कराने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर चर्चा की अनुमति दी। ग्राह्यता पर चर्चा के बाद अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने लाठीचार्ज की घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की और सदन से बहिर्गमन किया।
प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस विधायकों ने 16 मार्च को विधानसभा घेराव के दौरान हुए लाठी चार्ज पर स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा कराने की मांग की। कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने कहा कि विधानसभा भवन के सामने महिलाओं पर भी बर्बर लाठीचार्ज हुआ है। उन्होंने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने लाठी चार्ज की घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, सदस्य भूपेश बघेल व सत्यनारायण शर्मा सहित 32 सदस्यों की ओर से स्थगन प्रस्ताव प्राप्त होने की सूचना देते हुए ग्राह्यता पर चर्चा कराने की अनुमति दी।