सरकार हटाना चाहती है थोक बाजार
रायपुर। मुख्यमंत्री, राजधानी के दो प्रभावशाली मंत्री समेत सरकार शहर से थोक बाजारों को डूमरतराई में श
रायपुर। मुख्यमंत्री, राजधानी के दो प्रभावशाली मंत्री समेत सरकार शहर से थोक बाजारों को डूमरतराई में शिफ्ट करने की कोशिश में लगी है, लेकिन रायपुर जिले के अफसर कारोबारियों को बाहर नहीं भेज पा रहे हैं। पिछले छह माह में जिला प्रशासन ने बाजार शिफ्ट करने की छह बार तारीखें बढ़ाई हैं।
प्रशासन ने थोड़ी सख्ती दिखाई लेकिन व्यापारियों के दबाव में तारीख होली और अक्षय तृतीया तक के लिए बढ़ा दी गई हैं। प्रशासन के इस रवैये की वजह से अब सरकार भी सख्ती पर उतर गई है। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि मार्च अंत तक हर हाल में गुढि़यारी से शिफ्टिंग शुरू हो जानी चाहिए।
सरकार ने राजधानी से थोक बाजारों की शिफ्टिंग का जिम्मा जिला प्रशासन पर छोड़ दिया है। सरकार ने डूमरतराई में हाउसिंग बोर्ड को एजेंसी बनाकर बाजार डेवलप किया है। जरूरत के अनुरूप सुविधाएं भी हैं। मुख्यमंत्री ने सितंबर में बाजार का उद्घाटन किया था और प्रशासन को निर्देश दिए थे कि थोक बाजारों की शिफ्टिंग शुरू की जाए। नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल तथा राजधानी के दोनों प्रभावशाली मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत भी साफ कर चुके हैं कि थोक बाजारों को बाहर जाना पड़ेगा। लेकिन प्रशासन इस मामले में अब तक सफल नहीं हो पाया है।
रायपुर कलेक्टर ने पिछले छह महीने में बाजारों की शिफ्टिंग की आधा दर्जन डेडलाइन तय की हैं। हर बार प्रशासन सख्ती दिखाता है, लेकिन नई डेडलाइन तय करके दो-तीन माह के लिए मामला आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका नतीजा है कि थोक बाजारों की शिफ्टिंग में राजनीतिक दखलंदाजी के चर्चे भी आम होने लगे हैं।