छत्तीसगढ़ में पहली बार होगी भालुओं की गिनती
रायपुर [ब्यूरो]। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में पहली बार भालुओं की गिनती ह
रायपुर [ब्यूरो]। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में पहली बार भालुओं की गिनती होगी। इसका फैसला राज्य वन्यजीव बोर्ड की पिछली बैठक में लिया गया। फिलहाल विभागीय अफसर भालुओं की गिनती के तरीकों पर मंथन कर रहे हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक भालुओं की गिनती के लिए कैमरा ट्रैपिंग के साथ ही देशी पद्धति भी अपनाई जाएगी।
छत्ताीसगढ़ में भालुओं की अनुमानित संख्या लगभग तीन हजार है। विशेषज्ञों के अनुसार देश में सर्वाधिक भालू छत्ताीसग़़ढ में हैं। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भालुओं का आतंक जारी है। कुछ लोगों को भालुओं ने मार डाला तो कुछ को घायल कर दिया है। प्रदेश में भालू-मानव द्वंद्व पर राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने विभागीय अधिकारियों को भालुओं की गणना की तैयारी करने के निर्देश दिए, जिसके बाद अफसर गणना करने की योजना बनाने में जुट गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विभागीय अफसरों की जल्द ही बैठक होगी, जिसमें भालुओं की गणना, मानव-भालू द्वंद्व पर चर्चा होगी। इसके अलावा भालुओं के खाने की व्यवस्था जंगलों में बेहतर तरीके से करने का निर्देश भी अफसर देंगे।
5 साल में खर्च होंगे 20 करोड़
प्रदेश में भालुओं का आतंक रोकने के लिए राज्य सरकार ने जामवंत योजना को मंजूरी दी है। विभाग इसकी कार्ययोजना बनाकर प्रभावित क्षेत्र में लागू करने जा रहा है। इस योजना में पांच साल में करीब 20 करो़़ड खर्च किए जाएंगे। यह राशि कैम्पा फंड से खर्च की जाएगी।