नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी: राजनाथ
रायपुर [ब्यूरो]। सुकमा में हुए नक्सली हमले के बाद छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ
रायपुर [ब्यूरो]। सुकमा में हुए नक्सली हमले के बाद छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई अब केगी नहीं। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद माना स्थित चौथी बटालियन परिसर में मंगलवार शाम को पत्रकारों से चर्चा में राजनाथ सिंह ने कहा कि वार से ज्यादा खतरनाक प्राक्सीवार है। जवान खुले में जंग लड़ रहे हैं। दुर्गम क्षेत्र में अभियान के खतरे रहते हैं, लेकिन देशहित और प्रबल राष्ट्रीय भावना से प्रेरित होकर जवान नक्सलियों से मोर्चा ले रहे हैं। नक्सलवाद एक चुनौती है, हम उसे स्वीकार करते हैं और उस पर विजय पाएंगे।
नक्सलियों के खिलाफ सेना को उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नक्सल मोर्चे पर सेना को नहीं उतारा जाएगा। एनडीए की सरकार आने के बाद नक्सल अभियान में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र में यूपीए और एनडीए की सरकार का सवाल नहीं है। जिन क्षेत्रों में अभियान चलाया जा रहा है, वहां आम आदमी का पहुंचना मुश्किल है। जवानों की शहादत से हुई क्षति की भरपाई संभव नहीं है, लेकिन सरकार शहीदों के परिवार की पूरी तरह से चिंता करेगी। जवानों के जज्बे को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि घायल जवानों के हौंसले बुलंद हैं और वे खतरे से बाहर हैं।
आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं
राजनाथ सिंह ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। नक्सली हमले को केवल सरकार से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। केंद्र की ओर से 2400 करोड़ की राशि रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस समय वे प्रक्रिया के सवालों पर कोई चर्चा नहीं करेंगे। घायल जवानों के लिए 24 घंटे बाद हेलिकॉप्टर पहुंचने और नाइट लैंडिंग की व्यवस्था नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भेजे प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा।
चूक स्वीकार की
सुकमा जिले में हुई नक्सली घटना पर श्री सिंह ने चूक स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि जहां आदमी का जुड़ाव होता है, वहां चूक होती है। चूक के बाद फोर्स भी सुधार करती है। श्री सिंह ने कहा कि बैठक में क्या रणनीति बनाई है, इसका खुलासा नहीं करेंगे, लेकिन परिणाम निश्चित रूप से सामने आएंगे। राज्य और केन्द्र सरकार के बीच पूरा तालमेल है, कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
शहीद परिवार को 38 लाख
राजनाथ सिंह ने कहा कि शहीद परिवार को 38 लाख रुपए दिया जाएगा। घायलों को तात्कालिक रूप से 65-65 हजार रुपए देने के साथ नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की जा रही है।