मंतुराम की जवाबदेही से मुक्त हुई प्रदेश कांग्रेस
रायपुर, नई दिल्ली [आवेश तिवारी]। कांग्रेस ने अंतागढ़ उपचुनाव प्रत्याशी मंतुराम पवार के रूप में गलत पडे़ दांव की जवाबदेही से छत्तीसगढ़ कांग्रेस को मुक्त कर दिया है। मंतुराम ने ऐन मौके पर नाम वापस ले लिया था। प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के लिए यह घटनाक्रम बड़ी रणनीतिक पराजय माना जा रहा था।
सोमवार को ये दोनों नेता कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे तो उनके सवालों में मंतुराम नहीं स्थानीय निकाय चुनाव थे। उन्होंने इन नेताओं पर पहुंचते ही सवाल दागा 'निकाय चुनावों में कितनी सीटों की उम्मीद कर रहे हैं? टारगेट हम नहीं आप तय करेंगे', इस पर सिंहदेव ने कहा '50 फीसद सीटों के जीतने की उम्मीद करते हैं' तो राहुल ने बघेल को कहा तीन से छ: दिन में निकाय चुनावों की रणनीति का खाका उपलब्ध कराएं।
लगभग एक घंटे चली मुलाकात के दौरान छत्ताीसग़़ढ के अन्य नेताओं ने राहुल को मंतुराम की नाम वापसी और पार्टी से निष्कासन की जानकारी दी तो उन्होंने कहा बिलकुल ठीक किया, हमसे पूछने की कोई जरूरत नहीं थी। मंतुराम प्रकरण में एक गुट द्वारा बनाए जा रहे दबाव की खबरों की कतरनें दी तो राहुल बोले 'हां, कुछ विधायक आए थे शिकायत लेकर'। फिर कुछ समय बाद राहुल गांधी प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सिंहदेव को रकने का इशारा कर बघेल को लेकर भीतर चले गए। वहां लगभग पंद्रह मिनट बात की।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से टिकट के बंटवारे से पूर्व हुई मुलाकात में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी पर पड़ रहे दबाव और उसके मैदान छोड़ने की संभावनाओं की जानकारी दे दी थी। मंतुराम के चयन से पूर्व सीएम जोगी भी सहमत थे।
चुनाव आयोग भी पहुंचे
दिल्ली में मौजूद छत्ताीसगढ़ के नेताओं ने अंतागढ़ सीट के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया है। नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव भाजपा द्वारा कांग्रेस एवं अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के भयादोहन कर नाम वापस लेने का दबाव बनाने की जानकारी आयोग को देंगे।